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यूपी के बरेली में तालिबानी सोच का नमूना! गैर मजहबी के यहां की नौकरी तो हुक्का पानी बंद किया

एक तरफ अफगानिस्तान में तालिबान ने कोहराम मचा रखा है वही कुछ तालिबानी सोच के लोग हिंदुस्तान की सरजमी पर भी शरीयत थोपने से बाज नही आ रहे है. ताजा मामला यूपी के बरेली का है जहां एक नाबालिग लड़के को तालिबानी सोच रखने वाले कुछ मुल्ले मौलवियों ने इसलिए इस्ल

Updated on: 26 Aug 2021, 11:22 PM

नई दिल्ली:

एक तरफ अफगानिस्तान में तालिबान ने कोहराम मचा रखा है वही कुछ तालिबानी सोच के लोग हिंदुस्तान की सरजमी पर भी शरीयत थोपने से बाज नही आ रहे है. ताजा मामला यूपी के बरेली का है जहां एक नाबालिग लड़के को तालिबानी सोच रखने वाले कुछ मुल्ले मौलवियों ने इसलिए इस्लाम से खारिज कर दिया क्योंकि वो अपना जीवन यापन करने के लिए हिन्दुओ के यहां काम करता है. वो सभी धर्मों पर विश्वास करता है इसलिए हिन्दू भी उसके दोस्त है लेकिन ये बात इन धर्म के ठेकेदारों को मंजूर नही हैं इसलिए उसका हुक्का पानी भी बंद कर दिया है और सामाजिक वहिष्कार भी कर दिया है। क्या है पूरा मामला जानते है इस खास रिपोर्ट में.......

बरेली में एक बार फिर इस्लाम से एक युवक को खारिज करने का मामला सामने आया है. इससे पहले 3 तलाक़ पीड़िता और आला हजरत खानदान की बहू निदा खान को भी इस्लाम से इसलिए खारिज कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने 3 तलाक़ के खिलाफ आवाज उठाई थी. इस बार एक नाबालिग लड़के को इन धर्म के ठेकेदारों ने अपनी धर्म की बंदूक की नोक पर रख कर इस्लाम से खारिज किया क्योंकि वो हिन्दुओ से दोस्ती रखता है और उनके प्रतिष्ठान पर नौकरी करता है. किशोर का हुक्का पानी भी बंद कर दिया गया है और उसका सामाजिक वहिष्कार भी कर दिया गया है.

धर्म के ठेकेदारों ने इस्लाम से खारिज कर दिया

बरेली के किला थाना क्षेत्र के रहने वाले एक किशोर को धर्म के ठेकेदारों ने इस्लाम से खारिज कर दिया है. इतना ही नही उसका हुक्का पानी भी बंद कर दिया है. युवक का कसूर सिर्फ इतना है कि वो हिन्दू समुदाय के लोगो के साथ काम करता है. मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे सभी जगहों पर जाता है. जिस वजह से स्वाले नगर स्थित एक मीनार मस्जिद के मौलाना ने किशोर के खिलाफ फतवा जारी कर उसे घर निकाला कर दिया. उसके घर वालो को धमकी दी गई कि अगर तुमने अपने बेटे से सम्बन्ध रखा तो तुम्हारी बेटियो की शादी नही होने देंगे और तुम्हारा भी हुक्का पानी बन्द कर दिया जाएगा. जिस वजह से किशोर के परिवार वालो ने भी उससे रिश्ता तोड़ लिया है. फतवे में कहा गया है कि किशोर के मरने पर नमाज ए जनाजा भी नही पढ़ाया जाएगा. किशोर ने किला थाने में तहरीर दी है. वही अब पीड़ित लड़का दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है. पुलिस भी उसकी सुन नही रही है.

हिन्दुओ से दूरी बनाकर रखो

वही समाजसेवी व मेरा हक़ फाउंडेशन की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन फरहत नक़वी ने धर्म के ठेकेदारों के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि ये लोग मस्जिद और मदरसों में हिंदुओं के प्रति आवाम को भड़काने का काम करते है और उनसे कहते है हिन्दुओ से दूरी बनाकर रखो. फरहत नक़वी का कहना है कि वो ऐसे लोगो के खिलाफ सख्त कार्यवाही करवाएगी। उनका कहना है कि उन्होंने किला थाने में पीड़ित लड़के से तहरीर दिलवाई है.  मगर अभी तक पुलिस ने इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नही की और न ही कोई ठोस कार्यवाही करती नज़र आ रही है.

अपने हक के लिए आवाज उठाई

गौरतलब है कि करीब 2 साल पहले आला हजरत खानदान की बहू और 3 तलाक़ पीड़िता निदा खान को भी धर्म के ठेकेदारों ने इस्लाम से खारिज इस लिए कर दिया था कि उसने अपने हक के लिए आवाज उठाई और 3 तलाक कानून बनाने के लिए पीड़ित महिलाओं को एक जुट कर मांग की थी.