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अवैध धर्मांतरण के खिलाफ यूपी सरकार की कार्रवाई, तीन आरोपी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अवैध धर्मांतरण मामले में बड़ी कार्रवाई की है. यूपी सरकार ने अवैध धर्मांतरण का देशव्यापी सिंडिकेट चलाने व धर्मांतरण हेतु विदेशों से हवाला के जरिए फंडिंग करने के आरोप में ATS ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार किया

Updated on: 26 Sep 2021, 11:46 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ( Yogi Adityanath government of Uttar Pradesh ) ने अवैध धर्मांतरण मामले ( UP conversion CASE ) में बड़ी कार्रवाई की है. यूपी सरकार ने अवैध धर्मांतरण का देशव्यापी सिंडिकेट चलाने व धर्मांतरण हेतु विदेशों से हवाला के जरिए फंडिंग करने के आरोप में ATS ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार किया है. अब तक गिरफ्तार अभियुक्तों के खाते में ₹20 करोड़ की राशि का आना प्रमाणित हुआ है जिसका ब्यौरा आरोपी गढ़ नहीं दे पाए हैं. ATS फिलहाल जाँच में जुटी है.

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कुणाल चौधरी उर्फ आतिफ 2 साल से कलीम सिद्दीकी के साथ धर्मांतरण गैंग में जुड़ा

ATS द्वारा हुई पूछताछ में मौलाना कलीम सिद्दीकी ने बताया है कि जब हम किसी का धर्म परिवर्तन कराकर किसी को मुसलमान बनाने की जानकारी अपने विदेशी आकाओं को देते हैं तो इनाम स्वरूप हमें अतिरिक्त धन मिलता है, जिससे मुझे काफी आर्थिक लाभ हुआ है. मोहम्मद सलीम पिछले 17 साल से कलीम सिद्दीकी के साथ धर्मांतरण के काम मे लगा हुआ है. कुणाल चौधरी उर्फ आतिफ 2 साल से कलीम सिद्दीकी के साथ धर्मांतरण गैंग में जुड़ा हुआ है और रूस से डॉक्टरी की पढ़ाई की थी और इसी दौरान धर्म परिवर्तन किया.

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मरीजों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने लगा

रूस से मेडिकल पढ़ाई करने के बाद भी भारत मे मेडिकल की प्रैक्टिस करने के लिए जरूरी MCI की परीक्षा पास नहीं कर सका और नासिक में अवैध रूप से प्रैक्टिस करने लगा और मरीजों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने लगा. अभियुक्त इदरीश कुरैशी ने मुजफ्फरनगर में 60 लाख का मकान बनवाया है और 2.5 लाख की बाइक खरीदी है. इदरीस की मुजफ्फरनगर और दिल्ली में और भी सम्पत्ति है.