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यूपी: धांधली की शिकायत पर 7000 से ज़्यादा मदरसों की जांच कराएगी सरकार 

यूपी के मदरसों में मिल रही धांधली की शिकायत के बाद सरकार ने यूपी के 7 हज़ार से ज़्यादा मदरसों की जांच कराने का फैसला किया है। साथ ही अब मदरसा प्रबंधक मनमाने तरीके से मदरसों में शिक्षकों की तैनाती नही कर सकेंगे

Updated on: 12 May 2022, 04:34 PM

नई दिल्ली:

यूपी के मदरसों में मिल रही धांधली की शिकायत के बाद सरकार ने यूपी के 7 हज़ार से ज़्यादा मदरसों की जांच कराने का फैसला किया है. साथ ही अब मदरसा प्रबंधक मनमाने तरीके से मदरसों में शिक्षकों की तैनाती नही कर सकेंगे. बल्कि अब मदरसों में शिक्षक बनने के लिए mtet की परीक्षा पास करना अनिवार्य होगा. मौजूदा समय मे उत्तर प्रदेश में 16 हज़ार से ज़्यादा मदरसे संचालित हो रहे हैं, जिसमे 558 मदरसों को सरकारी अनुदान दिया जा रहा है. लेकिन अब सरकार की मदरसा आधुनिकीकरण योजना को पलीता लगाने वाले यूपी के मदरसों की खैर नही. इस योजना से जुड़े 7 हज़ार से ज़्यादा मदरसों की जांच होने जा रही है.

दरअसल सरकार ने मदरसों में आधुनिक शिक्षा के साथ मदरसों की शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता को सुधारने के लिए मदरसा आधुनिकीकरण योजना की शुरुवात की थी. जिसके तहत मदरसों में टेक्निकल एडुकेशन और शिक्षकों के वेतन के लिए अनुदान दिया जाता है. लेकिन यूपी मदरसा बोर्ड को शिकायत मिली थी कि कई जिलों में सिर्फ कागजों पर ही मदरसर चल रहे हैं. जिसके बाद मदरसा शिक्षा बोर्ड ने इस योजना से जुड़े मदरसों के जांच के आदेश दे दिए हैं. यही नही अब सरकारी अनुदान पाने वाले मदरसों के प्रबंधक मदरसों में मनमाने तरीके से शिक्षकों की नियुक्ति नही कर सकेंगे. बल्कि अब मदरसों में शिक्षक भर्ती के लिए uptet की तर्ज पर mtet यानी मदरसा टीचर एलिजिबिल्टी टेस्ट पास करना अनिवार्य होगा. यानी मदरसा पात्रता परीक्षा को पास करने के बाद ही कोई मदरसा में शिक्षक की नौकरी पा सकेगा. माना जा रहा है कि मदरसों में शिक्षक भर्ती में इस प्रणाली के लागू होने से प्रबंधकों की मनमानी रुकेगी. वही योगी सरकार ने मदरसों में दीनी तालीम के साथ साथ टेक्निकल एडुकेशन पर भी जोर दे रही है. इसके लिए मदरसों में अंग्रेजी और विज्ञान विषयों की पढ़ाई पर ज़ोर दिया जा रहा है. मदरसा शिक्षा बोर्ड ने यूपी के मदरसों में हर रोज पढ़ाई से पहले दुआ के साथ राष्ट्रगान को भी अनिवार्य करदिया है.


यूपी के मदरसों में सरकार की नई गाइडलाइन और नए नियमों को लेकर मदरसा संचालकों का कहना है कि सरकार को अगर जांच करनी है तो उन अधिकारियों की जांच करनी चाहिए जो मदरसों का भौतिक सत्यापन करते हों. मदरसों में आधुनिक शिक्षा को लेकर संचालकों का कहना है कि दीनी तालीम से कोई समझौता नही हो सकता है, लेकिन सरकार अगर आधुनिक शिक्षा देनी चाहती है तो उससे गुरेज नही. यूपी के मदरसों की जांच के फैसले केबाद मदरसों में फर्जीवाड़ा करने वालों में हड़कंप मचा है।माना जा रहा है कि सरकारी जांच की ज़द में कई मदरसे आएंगे.