योगी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में बड़े-बड़े फैसले ले रही है. उन्होंने मंत्रियों को 100 दिनों का एजेंडा सौंपा है. यूपी सरकार के नव-निर्वाचित सभी मंत्रियों को सीएम योगी ने सौ दिन का टारगेट दिया है. सौ दिन के अंदर सभी मंत्रियों को अपने-अपने विभागों की समीक्षा करनी होगी. इस समीक्षा के आधार पर काम की योजना तैयार कर मास्टर प्लान बनाना होगा. गौरतलब है कि 25 मार्च को शपथ ग्रहण करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार फैसले ले रहे हैं. उन्होंने फिजूलखर्ची रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है.
फिजूलखर्ची पर रोक लगाएं
सीएम योगी ने फिजूलखर्ची रोकने को लेकर सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है. योगी सरकार के मंत्रियों के लिए राज्य का संपत्ति विभाग नए बंगले तैयार कर रहा है. सरकार ने निर्देश दिए हैं कि बंगलों में साज-सज्जा पर अधिक पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं होगी. फर्नीचर को बदलने की जरूरत नहीं होगी. जिन मंत्रियों के पास पहले से आवास है, उन्हें नए बदलाव की जरूरत नहीं है. इतना ही नही मंत्रियों के लिए नई गाड़ियां नहीं खरीदी जाएंगी. बड़ी लग्जरी गाड़ियां और घर-दफ्तर में नई साज-सज्जा के साथ ही नए फर्नीचर की खरीदारी नहीं होगी. इस तरह से फिजूलखर्ची को रोका जा सकेगा.
मंत्रियों को दिया टारगेट
यूपी सरकार के नव-निर्वाचित सभी मंत्रियों को सीएम योगी ने 100 दिन का टारगेट दिया है. 100 दिन के अंदर सभी मंत्रियों को अपने-अपने विभागों की समीक्षा करनी होगी. इस समीक्षा के आधार पर काम की योजना तैयार कर मास्टर प्लान बनाया जाएगा. मंत्रियों को अपनी रिपोर्ट में सीएम योगी को बताना होगा कि वह अगले 100 दिन में क्या करेंगे. विभाग में नया क्या होना है. इसके साथ डिजिटलाइजेशन के काम को भी विभाग में आगे बढ़ाना होगा.
HIGHLIGHTS
- शपथ ग्रहण करने के बाद सीएम लगातार फैसले ले रहे हैं
- बंगलों में साज-सज्जा पर अधिक पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं