उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति को रेप के मामले में विशेष अदालत से राहत जरूर मिली लेकिन एक स्थानीय अदालत ने आज उन्हें एक अन्य मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। प्रजापति और उनके दो कथित सहयोगियों को 25 अप्रैल 2017 को पाक्सो की विशेष अदालत ने जमानत दी थी।
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की पत्नी सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर की तरफ से दर्ज मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संध्या श्रीवास्तव ने प्रजापति को न्यायिक हिरासत में भेजा है।
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आईजी (रूल्स एंड मैनुअल्स) अमिताभ ठाकुर ने करीब दो साल पहले जब अखिलेश सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ अवैध खनन मामले में शिकायत की थी, तब सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव द्वारा आईपीएस अमिताभ को फोन कर कथित तौर पर धमकी दी गई थी।
मुलायम की कथित धमकी पर आईपीएस ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसकी जांच अब भी चल रही है।
नूतन ने 20 जून 2015 को गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज करायी थी, जिसमें आरोप था कि प्रजापति ने उन्हें और उनके पति को रेप के ‘पूर्णतया फर्जी’ आरोपों और अन्य आरोपों में फंसाने के लिए राज्य महिला आयोग की तत्कालीन अध्यक्ष जरीना उस्मानी के साथ मिलकर षड्यंत्र रचने की मंशा से अपने राजनीतिक और प्रशासनिक प्रभाव का इस्तेमाल किया था।
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HIGHLIGHTS
- पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
- प्रजापति और उनके दो कथित सहयोगियों को 25 अप्रैल 2017 को पाक्सो की विशेष अदालत ने जमानत दी थी
Source : News Nation Bureau