उत्तर प्रदेश का पहला नाइट मार्केट अब बंद होने वाला है. पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन किया गया वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के सामने ओवर ब्रिज के नीचे बनाए गए प्रदेश के पहले नाइट मार्केट के नगर निगम ने वाराणसी ने बंद करने का फैसला किया है. नाइट मार्केट को संचालित करने वाली निजी कंपनी से स्मार्ट सिटी ने अपना अनुबंध समाप्त कर लिया है. दूसरी तरफ लगभग 2 किलोमीटर में फैले नाइट मार्केट के 250 दुकानदार अपनी रोजी रोटी को लेकर संकट में है.
वाराणसी के नाइट मार्केट के बंद होने से जहां एक तरफ नाइट बाजार के दुकानदारों में हड़कंप मचा हुआ है, तो वही दूसरी तरफ नगर निगम ने नाइट बाजार को बंद करने की वजह बताया. नगर निगम वाराणसी के जनसंपर अधिकारी ने बताया कि नाइट मार्केट को संचालित एक निजी कंपनी को सौंपी गई थी. नगर निगम ने अनुबंध किया था और नाइट मार्केट के मेंटेनेंस के साथ सफाई की जिम्मेदारी दी गई थी.
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कंपनी की ओर से न तो पार्किंग का रखरखाव ठीक था
इसके बावजूद कंपनी के खिलाफ नाइट मार्केट में गंदगी को साफ न करवाए जाने के अलावा आवंटियों से हर माह किराया व बिजली बिल लिए जाने के बावजूद जमा नहीं किया जा रहा था. वहीं कंपनी की ओर से न तो पार्किंग का रखरखाव ठीक था और न ही छोटे दुकानदारों को राहत दिया जा रहा था. ऐसे में मिल रही शिकायतों की जांच के बाद सुधार के लिए कंपनी को दो बार नोटिस दिया गया. नोटिस के बावजूद कंपनी ने सुधार नहीं किया. ऐसे में कंपनी से अनुबंध समाप्त किया गया है. अब वहां प्लांटेशन होगा और यात्रियों के बैठने के लिए चेयर लगाए जाएंगे इसे सुंदर बनाया जाएगा.
नाइट बाजार में अब प्लांटेशन होगा
नाइट बाजार के दुकानदार नगर निगम के वेंडिंग जोन में दुकान के लिए फिलहाल तैयार नहीं है. दुकानदारों के अनुसार नगर निगम ने अभी तक अपने वेंडिंग जोन के बारे में कोई जानकारी सांझा नहीं किया है. किस दुकानदार को किस शर्त पर दोबारा दुकान आवंटन होगा. अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं है. ऐसे में नाइट बाजार के दुकानदारों में बेरोजगार होने का भय है.उनका कहना है की हमारी रोजी रोटी का क्या होगा हम कहा जाएंगे. वाराणसी में नाइट बाजार अब बंद होने वाला है जिससे यहां के दुकानदार परेशान है. लगभग दो किलोमीटर में फैले नाइट बाजार में अब प्लांटेशन होगा.