इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक संकाय सदस्य ने शनिवार को चार वरिष्ठ प्राध्यापकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें विश्वविद्यालय के पूर्व कार्याध्यक्ष रामसेवक दुबे भी शामिल हैं. ऐसा परिसर में एक बैठक के दौरान कथित तौर पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने और हाथापाई करने के चलते किया गया. शिकायतकर्ता डी. सी. लाल शारीरिक शिक्षा विभाग के संकाय सदस्य हैं.
प्राथमिकी में जिन चार प्राध्यापकों के नाम दर्ज किए गए हैं, वे क्रमश: रामसेवक दुबे, हर्ष कुमार, पंकज कुमार और राजेश सिंह शामिल हैं. कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में भारतीय संहिता की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने की सजा) और 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
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लाल ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि यह घटना शुक्रवार को मध्ययुगीन व आधुनिक इतिहास विभाग में इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की एक बैठक के दौरान हुई. अपनी शिकायत में लाल ने पुलिस को बताया, "जब मैंने उक्त चुनाव के लिए शिक्षक संघ और रिटर्निग अधिकारी के चुनाव कराने का मुद्दा उठाया, तब संकाय के इन चारों सदस्यों ने मुझे गाली देना शुरू कर दिया. वे मेरे खिलाफ टिप्पणियां करने लगे और मेरे संग हाथापाई भी की. इसके बाद उन्होंने मेरा कॉलर पकड़कर मुझे कमरे में से धक्के मारकर निकाल दिया."
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चार अभियुक्त प्राध्यापकों में से हर्ष कुमार छात्र कल्याण के पूर्व अध्यक्ष हैं, पंकज कुमार उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य हैं. राजेश सिंह वर्तमान में ताराचंद अस्पताल के अधीक्षक हैं. कर्नलगंज पुलिस थाने के निरीक्षक अरुण कुमार त्यागी ने कहा, "लाल ने एक शिकायत दर्ज कराया है और उसी के आधार पर हमने एक प्राथमिकी दर्ज की है. हम मामले की छानबीन कर रहे हैं."
Source : IANS