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उत्तर प्रदेश में माफ हो सकती है तीन महीने की फीस, योगी सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम

लॉकडाउन के बीच योगी सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया जिससे सभी अभिभावकों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी है. दरअसल लॉकडाउन के कारण लोगों को धंधा बंद हो गया है. आमदमी का जरिया पूरी तरह बंद हो गया है.

Updated on: 18 Apr 2020, 08:48 PM

लखनऊ:

कोरोना वायरस के चलते लोगों के बिजनेस बंद हैं और सभी लोग घरों में कैद हैं. आमदनी का जरिया बंद हो गया है ऐसे में सभी को काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अब योगी सरकार ने ऐसा कदम उठाया है कि जिससे लोगों की तकलीफ कम हो सके. योगी सरकार ने सभी स्कूल वालों से 3 महीने तक कि फीस नही लेने का निवेदन किये हैं. लॉकडाउन के दौरान निजी और सरकारी स्कूल-कॉलेज बंद हैं.

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योगी सरकार के इस फैसले का सभी काफी समय से इंतजार कर रहे थे. राज्य बाल अधिकार संरक्षण अयोग की सदस्य प्रीति वर्मा ने निजी स्कूलों से तीन माह की फीस माफ करने की अपील की है. सरकार इस अपील कर स्कूलों को गौर करने के लिए कहा है जिससे अभिभावकों को राहत मिल सके. वहीं दूसरी तरफ जुलाई तक सभी परीक्षाओं के परिणाम जारी किये जायें ताकि नये सत्र को शुरू करने में अधिक विलंब न हो सके. जानकारी के मुताबिक उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा और व्यवसायिक शिक्षा की परीक्षाओं को लॉक डाउन खत्म होने के तीन सप्ताह बाद कराने की तैयारी कर ली जायें. बैठक में कहा गया कि जुलाई तक सभी परीक्षाओं के परिणाम जारी किये जायें ताकि नये सत्र को शुरू करने में अधिक विलंब न हो सके.

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सूत्रों ने बताया कि बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यवसायिक शिक्षा के अपने शिक्षित चैनल बनाए जाने पर विचार किया गया और इस संबंध में एकेटीयू के कुलपति विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है. यह कमेटी एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने बताया कि सत्र को नियमित करने के लिए क्लास की अवधि बढ़ाये जाने पर भी विचार हुआ. इसके अलावा कोर्स पूरा करने के लिए ग्रीष्म और शीतकालीन अवकाश को कम करने पर भी मंथन किया गया.