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यूपी चुनाव 2022 : भदोही में तीनों सीट पर कड़ी टक्‍कर

इस बार भाजपा को अपनी पुरानी सीटों को बचाने की कड़ी चुनौती है तो सपा, बसपा और कांग्रेस समेत अन्य दलों को भी जीत की संजीवनी मिलने की आस.

Updated on: 03 Mar 2022, 07:00 AM

लखनऊ:

विधानसभा चुनाव की बढ़ती गर्माहट का असर मौसम पर भी दिखने लगा है. जिले में सातवें चरण में सात मार्च को मतदान होना है. यहां की तीनों सीटों पर जीत के लिए प्रत्याशी पूरा जोर लगाए हुए है. इस बार भाजपा को अपनी पुरानी सीटों को बचाने की कड़ी चुनौती है तो सपा, बसपा और कांग्रेस समेत अन्य दलों को भी जीत की संजीवनी मिलने की आस. 2017 में जिले की तीन में से दो सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी जबकि एक सीट पर निषाद पार्टी ने पताका लहराई थी. अबकी परिदृश्य थोड़ा बदला है.  

भदोही विधानसभा क्षेत्र

यहां से वर्ष 1996 में भाजपा के पूर्णमासी पंकज विधायक बने थे. इसके बाद यह सीट दो बार सपा और एक बार बसपा के खाते में गई. इस बार यहां से भाजपा विधायक रवींद्रनाथ दूसरी बार मैदान में हैं. 2017 में सपा के पूर्व विधायक जाहिद बेग ने उन्हें कड़ी टक्कर दी थी. रोमांचक मुकाबले में रवींद्रनाथ त्रिपाठी को 1,105 मतों से जीत मिली थी. इस बार भी भाजपा ने रवींद्रनाथ त्रिपाठी और सपा ने पूर्व विधायक जाहिद बेग पर भरोसा जताया है. बसपा ने नया चेहरा हरिशंकर चौहान और कांग्रेस ने वसीम अंसारी को मैदान में उतारा है. ऐसे में यहां रोचक मुकाबले के आसार बन रहे हैं.

ज्ञानपुर विधानसभा क्षेत्र

भाजपा ने इस बार नया प्रयोग किया है. निषाद पार्टी से गठबंधन कर इस सीट पर उसके प्रत्याशी विपुल दुबे चुनावी महासमर में उतरे है. 2017 में निषाद पार्टी के टिकट से ही विजय मिश्र ने चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. विधायक विजय मिश्र फिलहाल आगरा जेल में बंद हैं. उन पर आपराधिक मुकदमे दर्ज होने के कारण सभी राजनीतिक दलों ने उन्हें टिकट देने से परहेज किया. भाजपा से गठबंधन होने के कारण निषाद पार्टी ने भी हाथ खड़ा कर दिया. ऐसे में विजय मिश्र ने प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के टिकट पर नामांकन पत्र दाखिल किया है. वह लगातार चार बार से विधायक हैं. यहां सपा से पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद मैदान में हैं तो कांग्रेस ने सुरेश मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है.

औराई विधानसभा क्षेत्र

औराई सुरक्षित सीट पर इस बार भाजपा के सीटिंग विधायक दीनानाथ भाष्कर दूसरी बार मैदान में हैं. उन्होंने 2017 में सपा- कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी निवर्तमान विधायक मधुबाला पासी को हराया था. उस चुनाव में बसपा के बैजनाथ सरोज तीसरे स्थान पर रहे. इस बार कांग्रेस ने अंजू कनौजिया को मैदान में उतरा है तो सपा ने नए चेहरा अंजनी सरोज पर विश्वास जताया है. इस सीट पर भाजपा और सपा में सीधी टक्कर होती दिख रही है.