सरकार बताये उनकी गलत नीतियों के खिलाफ हम किस दिन आंदोलन करें : अजय कुमार लल्लू
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पुलिस द्वारा अपने आवास पर नजरबंद रखे जाने के बाद अपने आवास पर प्रेस वार्ता करते हुए सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी है.
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पुलिस द्वारा अपने आवास पर नजरबंद रखे जाने के बाद अपने आवास पर प्रेस वार्ता करते हुए सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी है. उन्होंने सरकार से पूछा कि अगर गाय माता को बचाने, किसानों को बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी पदयात्रा करना चाहती है तो सरकार क्यों रोक रही है? बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने गाय बचाओ-किसान बचाओ यात्रा निकालने का संकल्प लिया और कल ललितपुर से गाय बचाओ-किसान बचाओ पदयात्रा निकाली गयी थी.
अजय लल्लू ने कहा कि पूरे प्रदेश में गौशालाओं में गाय माता अभाव और सरकारी उदासीनता के चलते मर रही हैं. न चारे का इंतजाम है और न ठंड से बचने का कोई साधन और व्यवस्था है. मैनपुरी, आगरा, बुन्देलखण्ड ही नहीं प्रदेश के सभी लगभग अधिकांश जिलों की स्थिति कमोवेश यही है. उन्होंने बताया कि कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी ने पत्र लिखा है, उस पर सरकार केा संज्ञान लेना चाहिए. किसान आत्महत्या कर रहा है.
अजय लल्लू ने कहा कि कर्जमाफी तो छोड़िये सरकार ने फसलों का मुआवजा तक देने का काम नहीं किया. प्रदेश की लगभग 50 लाख से अधिक किसानों का हस्ताक्षर इस बात का गवाह है कि यहां के किसान भी काले कृषि कानूनों का विरोध कर रहा है. उन्होंने कि वर्तमान सरकार उनके साथ आपराधिक व्यक्ति की तरह आचरन कर रहा है. उन्होंने कहा कि लगभग पांच थाने की फोर्स, सीओ, एसडीएम और बंद गाड़ी में बिना सूचना के उन्हें मध्य प्रदेश में लाकर रोका गया। मध्य प्रदेश से रोकने के बाद रात्रि में वहां से लाकर घर में कैद कर रखा गया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार से पूछा कि क्या प्रदेश में गाय माता को बचाने के लिए, किसानों को बचाने के लिए यात्रा निकालना गुनाह है? उन्होंने पूछा कि सरकार बताये कि कौन से दिन हम सरकार की नीतियों के खिलाफ आन्दोलन करें, सभा करें, यात्रा निकालें? पूरी तरह यह सरकार दमन की राजनीति कर रही है. अजय लल्लू ने अस्थि कलस हाथ में लेकर कहा, 'यह अस्थिकलस गाय माता की है, यह हमने ललितपुर से उस मिट्टी को भरा है जहां गाय माता ने दम तोड़ा है. इस अस्थिकलश को मैं चित्रकूट ले जाकर पवित्र मंदाकिनी नदी में विसर्जित करना चाहता हूं. सरकार यह बताये कि इस अस्थिकलश को मैं कब ले जाकर वहां विसर्जित कर सकता हूं'.
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