उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि कभी खौफ का पर्याय बने कैराना से आज पलायन रुक गया है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कैराना हिंदुओं के कथित पलायन के मुद्दे को लेकर चर्चा आया था। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद हुकुम सिंह ने दावा किया था कि मुस्लिम बहुलता की वजह से हिंदू डरे हुए हुए हैं और वह अपना घर छोड़ने को मजबूर हैं।
योगी आदित्यनाथ ने मोदी-नगर में सरकारी चीनी मिल परिसर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'जो कैराना कभी भय का प्रतीक हुआ करता था, इन जवानों (पुलिस) ने उस कैराना को पुन: आबाद करने का प्रयास किया है।'
साथ ही उन्होंने कहा, प्रदेश सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' की नीति पर कार्य कर रही है तथा प्रदेश के गरीबों एवं किसानों के कल्याण हेतु दृढ़ संकल्पित है।'
मुख्यमंत्री ने कहा, 'प्रदेश में शान्ति व्यवस्था कायम रखना व कानून का राज स्थापित करना ही प्रदेश सरकार का उददेश्य है ताकि प्रदेशवासियों को भयमुक्त वातारण मिल सके। समाज को बांटने व अशान्ति फैलाने वालों को बख्शा नहीं जायेगा। प्रदेश व देश की खुशहाली के लिए सभी से एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया।'
मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल में जेनेरेशन प्लांट का उद्घाटन करने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर भी सरकार सक्रिय है।
उन्होंने कहा, 'अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि यदि किसी महिला या बेटी के साथ किसी भी असामाजिक तत्व द्वारा छेड़छाड़ या किसी अन्य प्रकार का उत्पीड़न किया जाता है तो उसको सीधे जेल भेजा जाए।'
और पढ़ें: Exclusive- ट्रिपल तलाक बिल सोनिया के लिए 'पाप' धोने का था मौका
आपको बता दें कि हाल ही में शामली जिले के कैराना क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिसमें एक सिपाही अंकित तोमर की 4 जनवरी को नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में मौत हो गई। प्रदेश सरकार ने शहीद अंकित के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
2 जनवरी को बदमाश साबिर से हुई मुठभेड़ में अंकित के सिर व छाती में गोली लग गई थी। दिमाग में गोली धंसने से वह कोमा में चले गए थे। मुठभेड़ में साबिर मारा गया था।
और पढ़ें: दिल्ली-पानीपत हाईवे पर हादसा, 4 राष्ट्रीय खिलाड़ियों की मौत
Source : News Nation Bureau