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अब इस नाम से पुकारा जाएगा UP का यह जिला, CM योगी ने दिए संकेत

सीएम योगी ने कहा कि आजमगढ़ ने भले ही दो-दो पूर्व मुख्यमंत्री दिए हो, लोकसभा में सांसद चुनकर के भेजे हों, लेकिन उनके कारण आजमगढ़ की पहचान धूमिल ही हुई है, पहचान का संकट दुनिया के सामने उन्होंने ही खड़ा किया है.

Updated on: 13 Nov 2021, 04:58 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में जिलों और शहरों के नाम बदलने का सिलसिला अभी जारी है. इस कड़ी में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य के एक और जिले का नाम बदलने की तैयारी में जुटी है. आज यानी शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात के संकेत दिए. दरअसल, आजमगढ़ में एक जनसभा को संबोधित कर रहे सीएम योगी ने जिले का नाम बदलकर आर्यनगढ़ करने के संकेत दिए. सीएम योगी ने कहा कि आजमगढ़ का यह विश्वविद्यालय सचमुच में आजमगढ़ को आर्यनगढ़ बना ही देगा, इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए. आपको बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज़मगढ़ में बनने वाले विश्वविद्यालय का नाम महाराजा सुहेलदेव के नाम से करने की घोषणा की.

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सीएम योगी ने कहा कि आजमगढ़ ने भले ही दो-दो पूर्व मुख्यमंत्री दिए हो, लोकसभा में सांसद चुनकर के भेजे हों, लेकिन उनके कारण आजमगढ़ की पहचान धूमिल ही हुई है, पहचान का संकट दुनिया के सामने उन्होंने ही खड़ा किया है. ये वही आजमगढ़ है, 2017 और 2014 के पहले यहां का नौजवान जब देश के अंदर कहीं जाता था तो होटल में कमरा नहीं मिलता था, धर्मशाला में कमरा नहीं मिलता था, पहचान का एक संकट खड़ा हो गया था.उन्होंने कहा कि मुझे याद है जब सरकार का गठन होने जा रहा था तो माननीय अमित शाह जी ने कहा था कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को ऐसे बनाएं कि जिससे कि वो आजमगढ़ के और पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की बैकबोन बन जाएं.

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज पूर्वांचल एक्सप्रेसवे आपके विकास की धुरी बन रहा है. आजमगढ़ का यह विश्वविद्यालय सचमुच में आजमगढ़ को आर्यनगढ़ बना ही देगा, इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिएः हमें जानना चाहिए कि ये पहचान का संकट खड़ा करने वाले कौन लोग थे, ये वही लोग थे जो जाति के नाम पर बांटने वाले थे, लेकिन अपने परिवार के लिए भरने वाले थे. आजमगढ़ हम लोगों के कार्यक्षेत्र का हिस्सा रहा है, आप याद कीजिए 2007 में यही आजमगढ़ में मुझ पर हमला हुआ था. सीएम योगी ने कहा कहा कि उस समय जुबली नेशनल कॉलेज में अजीत राय की इसलिए हत्या हो जाती थी क्योंकि वह ABVP का कार्यकर्ता था और उसने कहा था कि वंदे मातरम का गायन गणतंत्र दिवस पर होना चाहिए. कॉलेज में ही प्रिसिंपल कार्यालय के पास ही उसकी हत्या हुई थी और एक महीने तक FIR तक दर्ज नहीं हुई थी.