यूपी: मुजफ्फरनगर में छात्राओं के कपड़े उतरवाने के मामले में शिक्षिकाओं पर गिरी गाज, 9 की बर्खास्तगी

छात्राओं के कपड़े उतरवाने के मामले में बीएसए ने शिक्षिकाओं समेत 9 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। बीती 25 मार्च को स्कूल की वार्डन सुलेखा ने माहवारी की जांच के लिए स्कूल की छात्राओं के कपड़े उतरवाए थे।

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Shivani Bansal
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यूपी: मुजफ्फरनगर में छात्राओं के कपड़े उतरवाने के मामले में शिक्षिकाओं पर गिरी गाज, 9 की बर्खास्तगी

यूपी के मुज्जफरनगर छात्राओं के कपड़े उतरवाने का मामला (सांकेतिक फोटो)

मुजफ्फरनगर के खतौली तहसील के तिगई गांव के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में छात्राओं के कपड़े उतरवाने के मामले में बीएसए ने शिक्षिकाओं समेत 9 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। बीती 25 मार्च को स्कूल की वार्डन सुलेखा ने माहवारी की जांच के लिए स्कूल की छात्राओं के कपड़े उतरवाए थे। 

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इस मामले में मजिस्ट्रेट की जांच पूरी होने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने यह कार्रवाई की है। बीएसए ने स्कूल के 9 कर्मचारियों को बर्खास्त किया है जिनमें शिक्षिकाएं भी शामिल है। 

बीएसए ने इन कर्मचारियों का कॉन्ट्रेक्ट भी ख़त्म कर दिया गया है। बीएसए की इस कार्रवाई के बाद स्कूल की शिक्षिकाएं सकते में है। 25 मार्च को घटित इस घटना के सामने आने के बाद यूपी की शिक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गए थे और राज्य को फजीहत का सामना करना पड़ा था।

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घटना के सामने आने के बाद तत्कालीन डीएम ने विद्यालय की वार्डन को तुरंत बर्खास्त कर दिया था और इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए थे।

बता दें कि कस्तूरबा गांधी विद्यालय में 25 मार्च को वार्डन सुलेखा ने माहवारी की जांच करने के लिए स्कूल की छात्राओं के कपड़े उतरवाए थे। इसके बाद छात्राओं के परिजनों ने स्कूल में आकर हंगामा किया था। मामले की गंभीरता को देख तत्कालीन जिलाधिकारी दिनेश सिंह ने विद्यालय की वार्डन को बर्खास्त कर दिया था। पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच बैठा दी गई थी।

जांच में पूरे स्टाफ को दोषी पाया गया था। इसके तहत टीचर, अकाउंटेंट, चौकीदार और रसोइया समेत 9 लोगों के स्कूल स्टाफ की संविदा खत्म कर दी गई है। ये कार्रवाई नियमित और संविदा पर कार्य कर रहे सभी लोगों पर की गई है। जिसमें बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा परमानेंट स्टाफ को पत्र भेजकर सूचित किया गया है।

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पत्र में लिखा है कि, मजिस्ट्रेट जांच में दोषी पाए जाने पर आपकी सुविधा समाप्त की जा रही है। जबकि पार्टटाइम स्टाफ को ये सूचना अभी फोन पर ही दी गई है। इस पूरे मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रकेश यादव ने बताया कि इस विद्यालय के सारे स्टाफ की सुविधा खत्म कर दी गई है।

गौरतलब है कि स्कूल के वार्डन ने स्कूल में पढ़ने वाली 70 लड़कियों को अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया था। वार्डन ने ऐसा लड़कियों को होने वाले मासिक धर्म को देखने के लिए किया था।

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Source : News Nation Bureau

Muzzafarnagar Uttar Pradesh
      
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