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यूपीः आजमगढ़ में ISIS के संदिग्ध आतंकी सबाहुद्दीन को लेकर बड़ा खुलासा

आजमगढ़ के मुबारकपुर कस्बे से पकड़े गए आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी सबाहुद्दीन को लेकर लगातार नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. सबाउद्दीन एआईएमआईएम का सक्रिय सदस्य और पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा मुरीद था

Updated on: 10 Aug 2022, 03:22 PM

नई दिल्ली:

आजमगढ़ के मुबारकपुर कस्बे से पकड़े गए आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी सबाहुद्दीन को लेकर लगातार नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. सबाउद्दीन एआईएमआईएम का सक्रिय सदस्य और पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा मुरीद था. आईएसआईएस के जिहादी वीडियो देखने के साथ ही वह सोशल मीडिया पर असदुद्दीन ओवैसी की हेट स्पीच भी सुनता था और उन्हें अपने फेसबुक पेज पर शेयर भी करता था. भारत में मुसलमानों पर कथित रूप से हो रहे जुर्म के वीडियो भी वो शेयर करता था और मुसलमानों के खिलाफ कथित जुल्म को लेकर उसके मन में काफी गुस्सा भी उसकी पोस्ट से झलकता था.

एटीएस का कहना है कि एक तरफ जहां वह आर एस एस और बी जे पी के नेताओं को बम धमाकों में मारने की साजिश रच रहा था वहीं दूसरी तरफ वह खुद आजमगढ़ के मुबारकपुर कस्बे से आने वाले नगर पालिका चुनाव में वार्ड नंबर 9 से ए आई एम आई एम के टिकट पर सभासद का चुनाव लड़ने के लिए तैयारी कर रहा था.  इसके लिए उसने पूरे मोहल्ले भर में अपने पोस्टर भी चिपका रखे थे मोहल्ले के लोग भी कहते हैं कि सियासत में उसकी दिलचस्पी थी इसमें नई क्या बात है बहुत से लोगों की सियासत में दिलचस्पी होती है और वह ओवैसी का भी मुरीद था. गुजरी विधानसभा चुनाव में ए आई एम आई एम ने मुबारकपुर से गुड्डू जमाली को टिकट दिया था और सबाउद्दीन ने चुनाव में गुड्डू जमाली का प्रचार भी किया था.

सबाउद्दीन ओटीटी प्लेटफॉर्म पर तुर्की की ब्लॉकबस्टर फिल्म अरतुल् गाजी को भी देखता था और मुसलमानों के ग्लोरिफाई पीरियड को याद करता था और उसका सपना एक बार फिर से मुसलमानों के उसी स्वर्ण युग को वापस लाने का था. सबाउद्दीन की आर्थिक पृष्ठभूमि की बात करें तो बेहद गरीब परिवार से आता है सात भाई बहनों के बीच वह सबसे छोटा है परिवार उसकी उम्र 22 साल बता रहा है. भाई मुसलाउद्दीन का कहना है कि पूरा परिवार एक हैंडलूम से होने वाली आय पर निर्भर है और इस हैंडलूम से बनारसी साड़ी की बुनाई होती है इससे महीने में 15 से ₹16000 परिवार को हासिल होते हैं पिता की मौत 14 साल पहले ही हो चुकी है.


भाई मुसलाउद्दीन और नूरुद्दीन का कहना है कि एटीएस पिछले बुधवार को घर से पकड़ कर ले गई थी रात में 8:00 बजे के आसपास ATS घर पर आइ और यह कह कर ले गई कि कोई लड़की का मसला है लड़की से छेड़छाड़ की शिकायत है उसी के बारे में जानकारी करनी है और उसके बाद परिवार को सबाउद्दीन की कोई जानकारी नहीं मिली और फिर 8 दिन बाद मीडिया के माध्यम से पता चला कि बम धमाके और आतंकियों से सांठगांठ के आरोप में एटीएस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.


सबाउद्दीन का घर मुबारकपुर की बेहद तंग गलियों में है और जैसे ही न्यूज़ नेशन, न्यूज़ स्टेट की टीम उसके घर पहुंची मोहल्ले वालों का भारी जमावड़ा लग गया सभी लोगों ने कहा उसका कोई संदिग्ध आचरण नहीं था लेकिन वह मोबाइल में ज्यादा व्यस्त रहता था लोगों से उसका ज्यादा घुलना मिलना नहीं था परिवार का भी कहना है कि वह घर में अधिकतर समय मोबाइल पर बिताने लगा था. सबाउद्दीन का फेसबुक पेज और उसकी प्रोफाइल खंगालने पर साफ पता चलता है कि वह अधिकतर मुस्लिम समाज से जुड़ी पोस्ट ही शेयर करता था खासकर उन पोस्ट को शेयर करता था जिसमें मुसलमानों पर जुल्म और ज्यादती की बात कही जाती थी या फिर कोई नेता हेट स्पीच के जरिए मुसलमानों पर जुल्म की बात कहता था असदुद्दीन ओवैसी सबाउद्दीन का फेवरेट नेता और वक्ता था सबाउद्दीन ने  सोशल मीडिया पर  सबसे ज्यादा ओवैसी की ही पोस्ट शेयर कर रखी है.