logo-image

सरकार का दावा क्रायोजेनिक टैंकरों के लिए ग्लोबल टेंडर करने वाला पहला प्रदेश बना UP

उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि देश में क्रायोजेनिक टैंकरों के लिए ग्लोबल टेंडर करने वाला यूपी पहला राज्य बना है. मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर तकनीक का इस्तेमाल कर ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति में संतुलन बनाया जा रहा है.

Updated on: 07 May 2021, 03:28 PM

लखनऊ:

 उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि देश में क्रायोजेनिक टैंकरों के लिए ग्लोबल टेंडर करने वाला यूपी पहला राज्य बना है. मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर तकनीक का इस्तेमाल कर ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति में संतुलन बनाया जा रहा है. ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 24 घंटे साफ्टवेयर आधारित कंट्रोल रूम, ऑक्सीजन टैंकरों में जीपीएस और ऑक्सीजन के वेस्टेज को रोकने के लिए सात प्रतिष्ठित संस्थाओं से ऑडिट की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा दूसरे राज्यों से ऑक्सीजन मंगाने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस और वायु सेना के जहाजों की भी सहायता ली जा रही है. ऑक्सीजन की और बेहतर उपलब्धता के लिए यूपी बन गया है.

और पढ़ें: कोरोना से MLA बहादुर कोरी का निधन, अब तक 4 BJP विधायक की हो चुकी हैं मौत

मुख्यमंत्री योगी ने आज सरकारी आवास पर टीम 9 की समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदेश में पांच मई को एक दिन में सर्वाधिक 823 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण किया गया है. ऑक्सीजन एक्सप्रेस सतत गतिशील है. 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की ट्रेन भी जामनगर से आने वाली है. प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति हर रोज बेहतर हो रही है. पहले 64 ऑक्सीजन टैंकर थे, जो अब बढ़कर 89 ऑक्सीजन टैंकर हो गए हैं. केंद्र सरकार ने भी प्रदेश को 400 मीट्रिक टन के 14 टैंकर दिए हैं. रिलायंस और अडानी जैसे निजी औद्योगिक समूहों की ओर से भी टैंकर उपलब्ध कराए गए हैं. ऑक्सीजन के संबंध में टैंकरों की संख्या और बढ़ाने की जरूरत है. क्रायोजेनिक टैंकरों के संबंध में ग्लोबल टेंडर करने की कार्यवाही की जाए.

उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन वेस्टेज को न्यूनतम करने के उद्देश्य से प्रदेश की सात प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा सहयोग से ऑक्सीजन ऑडिट कराया गया है. हर जिले के लिए ऑक्सीजन के संबंध में पृथक कार्य योजना तत्काल तैयार की जाए. चीनी मिलों द्वारा जेनरेट किया जा रहा ऑक्सीजन समीपस्थ सीएचसी को सीधे आपूर्ति दी जाए.

उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए सभी जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं. भविष्य की जरूरतों के ²ष्टिगत प्रदेश के सभी जिलों में ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं. भारत सरकार, राज्य सरकार और निजी क्षेत्र द्वारा ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की कार्यवाही की जा रही है. विभिन्न पीएसयू भी अपने स्तर पर प्लांट स्थापित करा रही हैं.

ये भी पढ़ें:  ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की चेन तोड़ने में बड़ा माध्यम बन रही निगरानी समितियां'

गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग और आबकारी विभाग द्वारा ऑक्सीजन जेनरेशन की दिशा में विशेष प्रयास किए जा रहे हैं. एमएसएमई इकाइयों की ओर से भी सहयोग मिल रहा है. यह सभी कार्य यथासंभव तेजी से पूरे किए जाएं. इनकी हर दिन समीक्षा होनी चाहिए. इसके अलावा सीएचसी स्तर से लेकर बड़े अस्पतालों तक में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं. यह सभी क्रियाशील रहें, इसे सुनिश्चित करें. जिलों की जरूरतों के अनुसार और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदें जाएं. निजी औद्योगिक, वाणिज्यिक कंपनियों से हमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का सहयोग प्राप्त हो रहा है.