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बाराबंकी रेप केस में पुलिस की जांच पर उठे सवाल, पीड़ित परिवार ने की CBI जांच की मांग

उत्तर प्रदेश में महिला अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. अभी लोग हाथरस की भयावह घटना को भूल भी नहीं पाए थे कि बाराबंकी में एक और दलित नाबालिग लड़की के साथ हैवानियत की गई. पुलिस ने इस मामले में एक 19 साल के आरोपी को गिरफ्तार भी किया है, जो कि पीड़िता

Updated on: 17 Oct 2020, 11:05 AM

बाराबंकी:

उत्तर प्रदेश में महिला अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. अभी लोग हाथरस की भयावह घटना को भूल भी नहीं पाए थे कि बाराबंकी में एक और दलित नाबालिग लड़की के साथ हैवानियत की गई. पुलिस ने इस मामले में एक 19 साल के आरोपी को गिरफ्तार भी किया है, जो कि पीड़िता का चाचा बताया जा रहा है. हालांकि मृतक पीड़िता के पिता ने आरोपी चाचा को बेकसूर बताया है और मामले की CBI की जांच की मांग की है.

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वहीं दूसरी तरफ पुलिस के खुलासे पर कई सवाल उठाएं जा रहे है. कहा जा रहा है कि 19 साल का एक पतला दुबला युवक 17 साल से ऊपर की युवती के हाथ पैर अकेले कैसे बांध सकता है. इसके बाद फिर अकेले ही मृतका के साथ दरिंदगी कैसे कर सकता है.

बता दें कि बुधवार देर शाम धान का खेत काटने गई एक दलित किशोरी की बदमाशों ने दरिंदगी के बाद हत्या कर दी थी. परिजनों का आरोप है कि पुलिस शुरूआत से ही मामले को दबाने में लगी रही. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हो गई. इस मामले में एक तरफ परिजन पीड़िता को नाबालिग बता रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर पुलिस उसे बालिग बता रही है. 

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घटना के बाद गांव में भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दिया गया है. पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार करा दिया. पुलिस ने पहले हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया था. बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि होने के बाद धारा 376 जोड़ दी गई. इसके साथ ही प्रभारी पुलिस अधीक्षक आर एस गौतम ने अपने बयान में कहा कि प्रारंभिक जांच में सामने आए संदिग्धों से इस मामले लगातार जांच की जा रही है.