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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ( Photo Credit : फाइल फोटो)
उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुई हिंसा मामले में सरकार की ओर से कार्रवाई तेज हो गई है. प्रदर्शनकारियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. नुकसान की भरपाई के लिए उन्हें नोटिस भेजे जा रहे हैं. मेरठ के डीएम अनिल धींगरा ने बताया कि 517 शस्त्र लाइसेंस धारकों को नोटिस जारी किए गए हैं. वहीं प्रदर्शन में हुए नुकसान की भरपाई के लिए 148 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि 517 में से 400 लाइसेंस ऐसे हैं जिनका नवीनीकरण किया जाना है लेकिन फिलहाल यह प्रक्रिया रोक दी गई है. सूत्रों के मुताबिक हिंसा में शामिल प्रदर्शनकारियों के सरकार लाइसेंस भी निरस्त कर सकती है.
Anil Dhingra, DM Meerut: Notices have been issued to 517 arms licence holders&148 people named in FIR to compensate damage caused during protest. Also, 400 arms licenses out of these 517 that were pending for renewal have been put on hold for now. #CAApic.twitter.com/e02PvTfrNB
— ANI UP (@ANINewsUP) December 25, 2019
एसपी संभल यमुना प्रसाद ने कहा कि प्रदर्शन में शामिल 55 लोगों पहचान कर ली गई है. वहीं 150 लोगों के पोस्टर जारी किए गए हैं. अब तक इस मामले में 48 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. हिंसात्मक और आपत्तिजनक मैसेज और वीडियो भेजने के मामले में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं.
Yamuna Prasad, SP Sambhal: 55 persons have been identified & posters are being released for the identification of 150 people who were involved in violence. 48 persons have been arrested so far. Three cases have been registered for spreading hateful messages and videos. pic.twitter.com/3pZeYt25QJ
— ANI UP (@ANINewsUP) December 25, 2019
Source : News Nation Bureau