उत्तर प्रदेश के एक और अस्पताल में गोरखपुर जैसा ही मामला सामने आया है जहां सरकारी अस्पताल में एक महीने में 49 बच्चों की मौत हो गई है। यह मौतें 21 जुलाई से 20 अगस्त तक के बीच में हुई है। फर्रुखाबाद के लोहिया अस्पताल में यह मौतें हुई है। मौत की वजह भी ऑक्सीजन की कमी ही सामने आ रही है।
इस पूरे मामले पर अस्पताल के डॉ कैलाश ने कहा है, 'डिलीवरी के दौरान बच्चे के दिमाग में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, न की हमारे हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी है।दिमाग में ऑक्सीजन की कमी की वजह से घुटन बन जाता है, दिमाग में सूजन आ जाती है, उस बीमारी से बच्चे मरे हैं?'
यहां डीएम के आदेश पर हुई एक जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। मृतक बच्चों के परिवार वालों को भी अंदेशा था कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से ही हुई है।
रविवार को डीएम के आदेश के बाद जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई है, इस मामले में देर रात अस्पताल के चीफ मैडिकल ऑफिसर (सीएमओ) और चीफ मैडिकल सुप्रीटेंडेंनट (सीएमएस) के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
बीते महीने 10 अगस्त को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भी ऐसा ही मामला सामने आया था जहा ऑक्सीजन की कमी से मात्र दो दिन के अंदर 36 बच्चों की मौत हो गई थी।
इस घटना के बाद यूपी की योगी सरकार पर सवालिया निशान लग गया था।
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Source : News Nation Bureau