Unnao Rape Case Live Update: उन्नाव रेप कांड के सभी 5 मामले दिल्ली ट्रांसफर
उन्नाव रेप कांड की पीड़िता के एक्सीडेंट मामले में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सभी राजनीतिक दल इस मुद्दे को भुनाने में जुटे हैं. अभी तक सिर्फ निंदा करने का दौर जारी था. लेकिन अब विपक्षी दल बीजेपी को घेरने के लिए इस मामले को सड़क पर ले आई है.
नई दिल्ली:
उन्नाव रेप कांड की पीड़िता के एक्सीडेंट मामले में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सभी राजनीतिक दल इस मुद्दे को भुनाने में जुटे हैं. अभी तक सिर्फ निंदा करने का दौर जारी था. लेकिन अब विपक्षी दल बीजेपी को घेरने के लिए इस मामले को सड़क पर ले आई है.
वाराणसी में शहर के बेनिया बाग के नजदीक समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कुलदीप सिंह सेंगर के एक पुतले को फांसी दी. महिलाओं ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए उस पुतले पर जम कर जूते चप्पल बरसाए. बुधवार को रेप पीड़िता की चाची का अंतिम संस्कार किया गया. चाची के अंतिम संस्कार के लिए जेल में बंद रेप पीड़िता के चाचा को 12 घंटे की पेरोल दी गई थी.
पीड़िता से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल
काँग्रेस प्रतिनिधि मंडल निकला ट्रामा सेंटर से बाहर. कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय लल्लू ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि डॉक्टरों ने बताया अभी स्थित सामान्य नहीं है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सिद्ध हो गया है कि कहीं न कहीं बीजेपी इसमे लिप्त है. पीड़िता के परिवार ने 35 चिट्टी मुख्यमंत्री,प्रधानमंत्री गृहमंत्री को लिखकर मदद की गुहार लगाई थी. लेकिन बीजेपी की सरकार ने कोई मदद नहीं की. भाजपा कुल्दीप सिंह सेंगर को निकाल कर किनारा नही कर सकती. सरकार को चाहिए कुलदीप सिंह को विधानसभा की सदस्यता से निष्कासित किया जाए.
उन्नाव रेप पीड़िता के साथ सुरक्षा में तैनात किए गए तीन सुरक्षाकर्मियों को उन्नाव के एसपी ने निलंबित कर दिया है. निलंबित होने वालों में कांस्टेबल सुदेश पटेल, महिला कांस्टेबल सुनीता और रूबी कुमारी शामिल हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव रेप मामले के सभी 5 मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि उन्नाव केस की निचली अदालत अब रोजाना सुनवाई करेगी और 45 दिनों में सुनवाई पूरी करनी होगी. दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने CBI से कहा है कि वह 7 दिन में सड़क हादसे की जांच पूरी करे.
कोर्ट की सुनवाई पूरी हो गई है. इस मामले में दो बजे फैसला सुनाया जाएगा. कोर्ट इस मामले को लखनऊ से दिल्ली ट्रांसफर करने, पीड़िता को लखनऊ से दिल्ली लाकर इलाज करने को लेकर फैसला आ सकता है.
पीड़िता की चिट्ठी CJI तक क्यों नहीं पहुंची? इस पर सेकेट्री जनरल ने कोर्ट को बताया कि करीब 5000 लेटर रजिस्ट्री को हर महीने मिलते हैं. 1998 से स्क्रीनिंग की एक प्रकिया है. उसी के तहत काम होता है. हालाँकि रजिस्ट्री को पीड़ित लड़की के नाम की जानकारी नहीं थी.
सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव रेप केस पीड़िता के एक्सीडेंट मामले की जांच एक हफ्ते में पूरी करने को कहा.
इस मामले स जुड़े 4 केस में सीबीआई जांच कर रही है. चीफ जस्टिस ने SG से पूछा कि एक्सीडेंट केस की तफ्तीश में कितना वक्त लगेगा। सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि कोर्ट की जानकारी देंगे. उन्होंने एक महीने का समय मांगा. जिसे कोर्ट ने ठुकरा दिया.
कोर्ट को जानकारी दी गई कि रेप पीड़िता के साथ एक बार रेप रेप की वारदात को अंजाम दिया दिया गया. इस मामले में चार्जशीट दायर हो चुकी है, लेकिन अभी आरोप तय नहीं हुए हैं.
सीबीआई की ओर से कोर्ट को बताया गया कि रेप पीड़ित लड़की के पिता के खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला फर्जी था. अब इस मामले में पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया है.
कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल से पीड़ित लड़की की हालत के बारे में पूछा. SG ने बताया कि लड़की की हालत गम्भीर है. अभी वेंटीलेटर पर है. कोर्ट ने उनसे कहा है कि संभावना तलाशें कि क्या लड़की को एयरलिफ्ट कराया जा सकता है.
पीड़िता के वकील महेंद्र सिंह ने भी अपनी हत्या की आशंका जताई थी. आरोपी पक्ष से अपनी जान को बताया था खतरा. डीएम से की थी शस्त्र लाइसेंस देने की मांग. 15 जुलाई को डीएम को पत्र भेजकर कहा था कि सत्ता के दबाव में सितंबर 2018 के शस्त्र आवेदन का सत्यापन नहीं किया जा रहा है. अपनी सुरक्षा के लिए लाइसेंसी हथियार साथ रखने को बताया था बेहद जरूरी.
उन्नाव रेप कांड को लेकर सुप्रीम कोर्ट में बृहस्पतिवार को सुनवाई के दौरान एक अहम फैसला आया. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है.
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