Unnao Rape Case: कुलदीप सिंह सेंगर को मिली जमानत पर विवाद, CBI जाएगी सुप्रीम कोर्ट

Unnao Rape Case: उन्नाव गैंगरेप केस में दोषी पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को मिली जमानत पर विवाद बढ़ गया है. दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ CBI सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है.

Unnao Rape Case: उन्नाव गैंगरेप केस में दोषी पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को मिली जमानत पर विवाद बढ़ गया है. दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ CBI सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है.

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Deepak Kumar
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Unnao Rape Case:उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित उन्नाव गैंगरेप मामले में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है. इस मामले में दोषी ठहराए गए पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाई कोर्ट से मिली जमानत के फैसले पर देशभर में नाराजगी देखी जा रही है. अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने इस जमानत आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का फैसला किया है. CBI का कहना है कि वह दिल्ली हाई कोर्ट के उस आदेश के खिलाफ विशेष अनुमति याचिका (SLP) दाखिल करेगी, जिसमें सेंगर की सजा पर रोक लगाते हुए उन्हें जमानत दी गई है. एजेंसी के अधिकारियों के मुताबिक, हाई कोर्ट के फैसले की पूरी समीक्षा कर ली गई है और जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी.

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दिल्ली HC के फैसले पर विवाद

आपको बता दें कि दिल्ली हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने सेंगर की सजा को निलंबित करते हुए उन्हें जमानत दे दी थी. इस फैसले के बाद न केवल CBI बल्कि पीड़िता के परिवार ने भी कड़ा विरोध जताया है. कई जगहों पर प्रदर्शन हुए हैं और लोग इस फैसले को न्याय के खिलाफ बता रहे हैं.

CBI ने बताया कि हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान भी एजेंसी ने जमानत का पुरजोर विरोध किया था. जांच एजेंसी ने अदालत के सामने लिखित दलीलों में मामले की गंभीरता और सेंगर की रिहाई से पैदा होने वाले खतरों की ओर ध्यान दिलाया था.

पीड़िता के परिवार ने क्या कहा?

पीड़िता के परिवार का कहना है कि अगर कुलदीप सिंह सेंगर जेल से बाहर आते हैं तो उनकी जान को खतरा हो सकता है. परिवार ने आशंका जताई है कि सेंगर की रिहाई से उन पर दबाव बढ़ेगा और उन्हें धमकियां मिल सकती हैं. इससे पहले से ही लंबी चली आ रही न्याय प्रक्रिया और अधिक प्रभावित हो सकती है.

क्या है उन्नाव गैंगरेप मामला?

गौरतलब है कि उन्नाव गैंगरेप मामला साल 2017 में सामने आया था. यह मामला नाबालिग लड़की के साथ हुए दुष्कर्म से जुड़ा था, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया था. लंबे कानूनी संघर्ष के बाद साल 2019 में कुलदीप सिंह सेंगर को दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी.

CBI ने साफ कहा है कि इतने गंभीर मामले में जमानत से न्याय व्यवस्था कमजोर पड़ सकती है. एजेंसी ने भरोसा दिलाया है कि वह सुप्रीम कोर्ट में पूरी मजबूती से अपना पक्ष रखेगी और न्याय सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाएगी.

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