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उन्नाव कांडः विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे पूर्व CM अखिलेश यादव, कहा घटना के लिए DGP दोषी

उन्नाव रेप कांड के विरोध में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. उन्होंने कहा कि योगी सरकार में यह पहली घटना नहीं है.

Updated on: 07 Dec 2019, 12:16 PM

लखनऊ:

उन्नाव रेप कांड के विरोध में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. उन्होंने कहा कि योगी सरकार में यह पहली घटना नहीं है. प्रदेश में लगातार अपराध बढ़ा है. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंच से कहते थे कि उनकी सरकार आने के बाद अपराधियों में इतना खौफ है कि वह प्रदेश छोड़कर भाग रहे हैं. उन्नाव कांड ने सरकार की कानून व्यवस्था की कलई खोल दी है. उन्होंने उन्नाव कांड पर इस मामले के लिए पूरी तरह प्रदेश सरकार दोषी है. इस घटना के लिए मुख्य सचिव और डीजीपी दोषी हैं. 

अखिलेश यादव ने कहा कि उन्नाव की घटना बहुत दुखद है इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है. यह एक काला दिन है. वह मरना नहीं चाहती थी, लेकिन वह जिंदा नहीं बच पाई. इस तरह की घटना इस बीजेपी सरकार में पहली बार नहीं हुई है. इससे पहले भी उन्नाव की बेटी ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की थी, तब जाकर उसकी एफआईआर दर्ज हुई. बाराबंकी की बेटी ने भी इसी मुख्यमंत्री आवास के बाहर आग लगाई थी. वह बच नहीं पाई. एक ने पूरा परिवार खो दिया, जिस बेटी की जान आज गई उसकी दोषी बीजेपी सरकार है.

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उन्नाव रेप कांड मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए उन्नाव जा रही है. वह उन्नाव के लिए निकल चुकी हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (Ajay Kumar Lallu), पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) और जितिन प्रसाद भी उन्नाव पहुंच रहे हैं.

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लोकसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी उत्तर प्रदेश की ओर ज्यादा ध्यान दे रही है. प्रदेश सरकार को घेरने का एक भी मौका वह नहीं गंवाना चाहती हैं. सोनभद्र नरसंहार के वक्त भी प्रियंका गांधी वाड्रा पीड़ितों के परिजनों से मिलने के लिए पहुंची थीं. लेकिन उस समय पुलिस ने उन्हें रोक दिया था. हालांकि बाद में उन्हें जाने की अनुमति मिली थी.