चुनाव बाद बजट पेश किये जाने को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में अनुरोध किया है, 'पहले बजट पेश करने से उत्तर प्रदेश कई योजनाओं से वंचित रह जाएगा।' समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश ने कहा, 'केंद्रीय बजट चुनाव के बाद पेश किया जाए।'
इससे पहले विपक्षी दलों की शिकायत के बाद चुनाव आयोग (ईसी) ने केंद्र सरकार से कहा था कि वह जिन राज्यों में चुनाव हैं उसके लिए कोई भी अलग से स्कीम की घोषणा नहीं करे। ऐसे में सीएम ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि चुनावी राज्य होने के नाते उत्तर प्रदेश कई योजनाओं से वंचित रह जाएगा।
विपक्षी दलों को लगता है कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार चुनाव पूर्व बजट पेश कर लोकलुभावन योजनाओं की घोषणा कर सकती है जिसका लाभ चुनावों में बीजेपी को मिलेगा। केंद्र सरकार ने इस बार पहले से तय समय से करीब एक महीने पहले यानी 1 फरवरी को बजट पेश करने का फैसला किया है।
और पढ़ें: भारत के आम बजट की वो ख़ास बातें जो शायद आपको नहीं पता!
चुनाव पूर्व बजट पेश किये जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दाखिल की गई थी। जिसपर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा था कि किस कानून के तहत बजट पेश किये जाने पर रोक लगाई जाए। उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीट के लिए सात चरणों में वोट डाले जाएंगे।
और पढ़ें: सीताराम येचुरी ने आम बजट पर चुनाव आयोग के फैसले को 'अजीब' करार दिया
HIGHLIGHTS
- केंद्रीय बजट टालने के लिए अखिलेश ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
- पत्र में लिखा, पहले बजट पेश करने से यूपी कई योजनाओं से वंचित रह जाएगा
- EC ने केंद्र से कहा है कि चुनावी राज्यों के लिए अलग से स्कीम की घोषणा नहीं करे
Source : News Nation Bureau