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सिर्फ इसलिए 200 फीट ऊंचे टावर पर तिरंगा लेकर चढ़ गया युवक, 55 घंटे बाद उतारा नीचे

इसरो की लाख कोशिशों के बावजूद चंद्रयान-2 विक्रम से संपर्क स्थापित न हो पाने पर प्रयागराज का एक युवक हाथ में तिरंगा झंडा थामकर फिल्म शोले का वीरू बन बैठा.

Updated on: 20 Sep 2019, 07:01 AM

वाराणसी:

इसरो की लाख कोशिशों के बावजूद चंद्रयान-2 विक्रम से संपर्क स्थापित न हो पाने पर प्रयागराज का एक युवक हाथ में तिरंगा झंडा थामकर फिल्म शोले का वीरू बन बैठा. यह युवक शहर को यमुनापार इलाके से जोड़ने वाले नये यमुना पुल के तकरीबन 200 फीट ऊंचे टावर पर चढ़ गया और वहां से कूदने की धमकी देने लगा. वाराणसी से ख़ास तौर पर मंगाई गई स्पेशल हाइड्रोलिक लिफ्ट के ज़रिये करीब 55 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद इस युवक को सुरक्षित नीचे उतारा जा सका. इस दौरान यह लगातार तिरंगा लहराते हुए ऊपर से कूदने की धमकी देते रहा.

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युवक के टावर पर चढ़ने की वजह से पुल पर तमाशबीनों की भारी भीड़ जुटी रही. लोग ब्रिज पर अपनी गाड़ियां खड़ी कर फिल्म शोले के वीरू जैसी हरकत करने वाले इस युवक को देखते रहे. बुधवार शाम को इसने टावर से एक कागज नीचे फेंका, जिस पर लिखा हुआ था कि चंद्रयान- 2 विक्रम का इसरो से संपर्क स्थापित न हो पाने तक वह इसी तरह चढ़ा रहेगा और संपर्क टावर से ही प्रार्थना करता रहेगा.

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प्रयागराज के ही मांडा इलाके के रहने वाले चौबीस साल के रजनीकांत बिंद की दिमागी हालत कुछ ठीक नहीं है. अक्सर ही वह ऊंटपटांग हरकतें करता रहता है. वह पहले भी कई बार इसी टावर और बिजली के पोल पर चढ़ चुका है. सोमवार शाम वह हाथ में तिरंगा लेकर नये यमुना पुल के 200 फिट ऊंचे टावर पर चढ़ गया और वहां से तिरंगा लहराते हुए कूदने की धमकी देने लगा. उसे उतारने के सारे इंतजाम नाकाफी साबित हुए तो बुधवार रात को वाराणसी से स्पेशल हाइड्रोलिक लिफ्ट मंगाकर उसे जबरन सुरक्षित उतारा गया. नीचे उतरने के बाद भी चंद्रयान को लेकर ही बातें करता रहा.