कहते हैं राम का नाम सारे बिगडे़ काम बना देता है और इस नाम का स्मरण करने मात्र से सारे कष्ट मिट जाते हैं ! वाराणसी में भी एक ऐसा ही बैंक है जिसकी कार्य प्रणाली तो बिलकुल किसी साधारण बैंक की ही तरह है लेकिन यहां पैसे की जगह जमा होता है राम का नाम!..... बैंक का नाम मन में आते ही पैसे के लेन देन की तस्वीर जहन में उभरती है ,पर हम आज आपको जिस बैंक में लिए चल रहे है वहां के मैनेजिंग डायरेक्टर भगवान राम और सेकेट्री पावन पुत्र हनुमान जी है. इस बैंक की खासियत है की यहा पैसों का लेनदेन नहीं होता बल्कि भक्तों को ऋण में मिलता है. मनोकामना के आधार पर राम का नाम जो.....भक्त यहां से दिए गए पुस्तिका पर लिखता है और मनोकामना पूर्ण होने पर बैंक में जमा कर देता है और उसका ब्याज होता है प्रभु के प्रति भक्ति .....
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इस बैंक की शुरुआत आज से 97 साल पहले यानि सन 1926 में की गयी उस वक्त इस बैंक में केवल दो ही खातेदार थे लेकिन आज यहां पूरे देश में एक लाख से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं और राम नाम की संख्या अरबों में है! लोगों का विश्वास है की यहां से जुड़ने के बाद उनके साथ सब कुछ अच्छा ही होता है ! इस बैंक में अब तक 19 अरब 45 करोड़ 35 लाख 25 हजार राम का नाम भक्तों द्वारा जमा किया जा चूका है और हर राम नवमी पर बैंक का वर्षगांठ मनाया जाता है तब फिर फिर गिनती होगी ......लेकिन इस बैंक के कुछ सख्त नियम भी है. यहां सवा लाख राम नाम लिखने के लिए आठ माह का वक्त दिया जाता है और इस अवधि में पूर्ण शुद्धता का भी ध्यान देना परम आवश्यक है! इस बैंक की देखरेख अग्रवाल परिवार प्रभु की मर्जी से पीढ़ी- दर- पीढ़ी करते आ रहे है. इस बैंक में देश के नामी गिरामी लोग भी आते है और सभी की मनोकामना यहां पूर्ण होती है. प्रभु श्री राम का मंदिर 22 जनवरी को दुनिया के सामने होगा, जिसे लेकर राम बैंक में बेहद उल्लास है.
जैसे की सभी बैंकों में खाता खुलवाने के पहले बैंक के नियम जानकार एप्लीकेशन फॉर्म भरना होता है, ठीक उसी तरह प्रभु के इस बैंक में भी प्रार्थना पत्र में हर जानकारी के साथ जिस मनोकामना के लिए आप ऋण ले रहे है, उसका भी जिक्र करना होता है. मनोकामना पूर्ण करने वाले इस अनोखे राम रमापति बैंक की ख्याति देश विदेश में है दूर- दूर लोग इस अनोखे बैंक में आते है और इस बैंक से कर्ज लेकर अपनी मनोकामना प्रभु कृपा से पूरा कर कर्ज ब्याज सहित राम नाम को लौटते है. इस बैंक में रोज कोई न कोई आता है और अपने दुखों को सुख में तब्दील करने के लिए राम के नाम के सहारे आगे बढ़ता है.
कहा गया है की भगवान राम का नाम लेकर जिस कार्य की शुरुआत की जाती है वो जरुर पूरी होती है और दुःख की घड़ी में रामजी नैया पार भी लगते है. यहां सच्चे मन से भगवान के नाम के ऋण को पूरा करने से हर मुरादे पूरी होती हैं. ऐसे कुछ लोग भी मिले जिन्हें यहां से अपनी जिंदगी अहम वरदान यहीं से मिला मशहूर फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा का जन्म भी उनकी माँ ने इसी बैंक में मनोकामना मांगने के बाद हुआ था. अब ये बैंक जल्द ही 2026 अपने 100 साल को पूरा करने वाला है.
Source : News Nation Bureau