इलाहाबाद विश्वविद्यालय (Allahabad University) में नियुक्ति की प्रक्रिया एक बार फिर शुरु होने वाली है. करीब डेढ़ साल से नियुक्तियों पर लगी रोक आखिरकार हट गई है. नए उच्च शिक्षा सचिव की नियुक्ति के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Ministry of Human Resource Development) ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय को नियुक्तियां शुरू करने के लिए मंजूरी दे दी है.
नई सरकार के गठन के बाद से सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में भर्ती प्रक्रिया शुरु की जा चुकी है. लेकिन सिर्फ इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भर्ती प्रक्रियां नहीं शुरु हुई थी. उसका कारण यह दिया गया था कि पहले कुलपति की जांच जरूरी है.
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मानव संसाधन विकास मंत्रालय के डिप्टी सेक्रेटरी सूरत सिंह की ओर से इलाहाबाद विश्वविद्यालय को भेज गए पत्र में कहा गया है कि मंत्रालय ने मामले की समीक्षा की है और यह फैसला लिया है कि नियुक्ति की प्रक्रिया शुरु की जा सकती है. यह आदेश जारी करने के छह महीने बाद तक मंत्रालय कुलपति की फाइल जांच की मंजूरी के लिए राष्ट्रपति के पास नहीं भेज सका.
आपको बता दें कि मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को भरने का आदेश दिया था. लेकिन 11 जून को HRD मंत्रालय ने यह कहते हुए सभी नियुक्तियों पर रोक लगा दी थी कि विश्वविद्यालय के कुलपति रतन लाल हंगलू के खिलाफ जांच पूरी नहीं हुई है.
Source : News Nation Bureau