Judge Ravi Kumar Diwakar (Photo Credit: file photo)
नई दिल्ली:
वाराणसी कोर्ट (Varanasi Court) के सिविल जज रवि कुमार दिवाकर (Judge Ravi Kumar Diwakar) ने ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) परिसर के सर्वेक्षण को जारी रखने का आदेश दिया है. उन्होंने इस मामले में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है. ज्ञानवापी-शृंगार गौरी परिसर का वीडियोग्राफी-सर्वेक्षण करने के लिए अदालत द्वारा नियुक्त कोर्ट कमिश्नर को बदलने की मांग को उन्होंने खारिज कर दिया था. अपने आदेश को लेकर जज ने कहा कि डर का माहौल बनाया जा रहा है और वह अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. जज रवि कुमार दिवाकर ने कहा, 'इस दीवानी मामले को असाधारण मामला बनाकर भय का माहौल पैदा कर दिया गया है. डर इतना है कि मेरा परिवार हमेशा मेरी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहता है और मैं उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहता हूं.'
उन्होंने कहा कि परिवार को उनकी सुरक्षा की चिंता सता रही है. न्यायाधीश ने कहा 'कल, मेरी मां (लखनऊ में) ने हमारी बातचीत के दौरान भी मेरी सुरक्षा के बारे में चिंता व्यक्त की, और मीडिया को मिली खबरों से उन्हें पता चला कि शायद मैं भी कमिश्नर के रूप में मौके पर जा रही हूं और मेरी मां ने मुझसे पूछा कि मैं मौके पर कमीशन पर नहीं जाना चाहिए, क्योंकि इससे मेरी सुरक्षा को खतरा हो सकता है.'
गौरतलब है कि गुरुवार को वाराणसी की एक अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर सर्वेक्षण जारी रहेगा और 17 मई तक रिपोर्ट जमा करने की जरूरत है. अदालत ने सर्वेक्षण आयोग में दो अधिवक्ताओं को भी जोड़ा. वाराणसी कोर्ट ने कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्रा को हटाने की मांग को खारिज कर दिया था.उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद का वीडियो निरीक्षण जारी रहेगा और मंगलवार (17 मई) तक पूरा हो जाना चाहिए. वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर और ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में स्थित श्रृंगार गौरी समेत कई देवी-देवताओं के सर्वे को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है.वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद में कोर्ट द्वारा नियुक्त आयुक्त के सर्वेक्षण के बाद, अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद समिति ने शनिवार को एक आवेदन दायर कर मामले पर कथित पक्षपात के कारण कार्यालय को हटाने की मांग की.