अपनी मौत का सच बताने के लिए नौ महीने बाद कब्र से बाहर निकला मुर्दा

यूपी के शहर आगरा में एक मौत का सच जानने के लिए मुर्दे को 9 महीने बाद कब्र से बाहर निकाला गया. मामला आगरा के सिकंदरा के गांव चौमा का है. जहां पिछले वर्ष अक्टूबर में संदिग्ध हालात में एक पेंटर की मौत हो गई थी.

यूपी के शहर आगरा में एक मौत का सच जानने के लिए मुर्दे को 9 महीने बाद कब्र से बाहर निकाला गया. मामला आगरा के सिकंदरा के गांव चौमा का है. जहां पिछले वर्ष अक्टूबर में संदिग्ध हालात में एक पेंटर की मौत हो गई थी.

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Iftekhar Ahmed
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अपनी मौत का सच बताने के लिए नौ महीने बाद कब्र से बाहर निकला मुर्दा( Photo Credit : File Photo)

यूपी के शहर आगरा में एक मौत का सच जानने के लिए मुर्दे को 9 महीने बाद कब्र से बाहर निकाला गया. मामला आगरा के सिकंदरा के गांव चौमा का है. जहां पिछले वर्ष अक्टूबर में संदिग्ध हालात में एक पेंटर की मौत हो गई थी. इस मामले में मृतक रफीक की पत्नी ने अपहरण और हत्या के आरोप में पांच लोगों के खिलाफ सिकंदरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. उसने पति के शव को कब्र से निकालकर उसका पोस्टमार्टम कराने के लिए जिलाधिकारी के यहां प्रार्थना पत्र दिया था. मामले में अभियोजन से राय मांगी गई थी. वहां से आख्या मिलने के बाद अब पुलिस आगे की कार्रवाई के लिए प्रक्रिया पूरी कर रही है.

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दरअसल, मथुरा के थाना वृंदावन के गांव सकराया निवासी शबाना की शादी करीब पांच साल पहले रफीक से हुई थी. पति-पत्नी सिकंदरा के रुनकता स्थित गांव चौमा में रह रहे थे. शबाना के तीन एवं एक वर्ष के दो बेटे हैं. शबाना के अनुसार पति पेंटर थे. उनकी 15 अक्टूबर 2021 को मोहल्ले के ही लोग पप्पू, दिलवर, वकील, शकील एवं नसीब से कहासुनी हो गई थी. आरोपियों ने पति के साथ मारपीट की. महिला के पति रफीक ने जिसकी शिकायत रुनकता चौकी पर कर दी. इसकी वजह से आरोपी महिला के पति रफीक से रंजिश पाल कर बैठ गए. मृतक की पत्नी शबाना और उसके परिवारीजनों का आरोप है कि 15 अक्टूबर 2021 की शाम को आरोपित उसके पति को राजीनामा के लिए कहकर अपने साथ ले गए. जिसके बाद पति नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरू कर दी. तीन दिन बाद उसकी लाश मिली, जिसे उन्हीं लोगों ने समाज के कुछ लोगों के साथ जाकर कब्रिस्तान में दफना दिया. महिला का कहना है कि वह तभी से न्याय और इंसाफ के लिए हर पुलिस अधिकारी के दफ्तर के चक्कर काट रही हैं. न्याय नही मिला तो हमें कोर्ट की शरण लेनी पड़ी और फिर कोर्ट के आदेश के बाद अब 9 महीनों के बाद जाकर पांचों आरोपियों के खिलाप मुकदमा लिखा गया और डीएम की संस्तुति के बाद अब शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के आदेश दिए हैं. मृतक की पत्नी का कहना है कि हमें शक नहीं, पूरा यकीन है कि रफीक की हत्या कर उसके बाद उसके शव को दफना दिया गया. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं पोस्टमार्टम हो और हमें इंसाफ मिले.

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फिलहाल कोर्ट व  जिलाधिकारी के आदेश के बाद सोमवार को रफीक के शव को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के सामने सींगना गांव के कब्रिस्तान से कब्र से बाहर निकालने की प्रक्रिया पूरी की गई. अधिकारियों का कहना है कि जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आयेगा उसी के अनुसार कार्यवाही पूरी की जाएगी.

Source : Vineet Dubey

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