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महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या और बलवीर गिरि के उत्तराधिकार पर बढ़ा विवाद  

बलवीर गिरी को एक कागज पर लिखी कुछ लाइनों से उत्तराधिकारी नहीं माना जाएगा, निरंजनी अखाड़े के पंच परमेश्वर उत्तराधिकारी तय करेंगे.

Updated on: 22 Sep 2021, 05:33 PM

highlights

  • उत्तराधिकारी बलवीर गिरि के नाम पर विरोध के स्वर मुखर हो गए हैं
  • अब निरंजनी अखाड़े के पंच परमेश्वर उत्तराधिकारी तय करेंगे
  • सौमेश्वरानन्द ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि ने कोई वसीयत नहीं लिखा है
     

प्रयागराज:

प्रयागराज स्थित बाघम्बरी मठ के महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या को साजिश बताने का सिलसिला जारी है. इसी के साथ मठ के उत्तराधिकारी को लेकर भी विवाद छिड़ गया है. सुसाइड नोट में दिवंगत महंत नरेंद्र गिरि के द्वारा उल्लेखित उत्तराधिकारी बलवीर गिरि के नाम पर विरोध के स्वर मुखर हो गए हैं. फिलहाल अब बलवीर गिरि का महंत बन पाना मुश्किल लग रहा है. मठ का उत्तराधिकारी बनाने की प्रक्रिया को कुछ दिन के लिए टाल दिया गया है.  श्री पंच अग्नि अखाड़ा के महामंत्री सौमेश्वरानन्द ने भी महंत नरेन्द्र गिरी की मौत को साजिश बताया है,सौमेश्वरानन्द ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि ने कोई वसीयत नहीं लिखा है, इस तरह से किसी को वारिस नहीं बनाया जाता है, ये पूरा मामला गहरी साजिश का हिस्सा है और इसकी CBI जांच के बिना कुछ सामने नहीं आएगा.

उन्होंने कहाकि बलवीर गिरी को एक कागज पर लिखी कुछ लाइनों से उत्तराधिकारी नहीं माना जाएगा, निरंजनी अखाड़े के पंच परमेश्वर उत्तराधिकारी तय करेंगे. सौमेश्वरानंद ने कहा कि, जिस व्यक्ति ने कभी कोई खत नहीं लिखा वो इतना बड़ा सुसाइड नोट कैसे लिख सकता है, मठ की गद्दी के लिए साजिश रची गई है, और मठ के दूसरे बड़े लोगों को खत के जरिए फंसा दिया गया है, सुसाइड लेटर के जरिए जिन्हें लाभ हो रहा है वो सबसे ज्यादा संदेह के दायरे में हैं.

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सिर्फ सौमेश्वरानंद ही नहीं देश भर में साधु संत महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या को गहरी साजिश हता रहे हैं. इस बीच अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरि ने बड़ा बयान दिया है.  हरिगिरि ने महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या को साजिश बताते हुए बाघमबरी मठ के उत्तराधिकारी पर सवाल उठाया है. उन्होंने बलवीर गिरि के उत्तराधिकारी बनने की बात को खारिज करते हुए कहाकि अभी बाघम्बरी मठ का कोई उत्तराधिकारी नहीं है, निरंजनी अखाड़े की बैठक होगी उसमें तय होगा कि मठ का उत्तराधिकारी कौन होगा. अभी हम बलबीर गिरी को उत्तराधिकारी नहीं मानते हैं.

हरिगिरि ने महंत नरेंद्र गिरी के सुसाइड नोट पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके द्वारा कोई सुसाइड लेटर नहीं लिखा गया है, उन्हें कुछ भी लिखना नहीं आता था, ना ही आजतक उन्होंने कभी कुछ लिखा है. उन्होंने महंत नरेंद्र गिरि की मौत को मठ की गद्दी के लिए किसी साजिश से भी इनकार नहीं किया है. हरिगिरि ने कहा कि सरकार की जांच से अलग अखाड़ा परिषद भी जांच करेगा.