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सोने की चाह में बच्चे की देने जा रहे थे बलि, ग्रामीण पहुंचे और फिर...

उत्तर प्रदेश के कासगंज से एक चैंकाने वाली खबर आई है. जहां मंगलवार को एक मासूम बच्चे की बलि देने की कोशिश की गई. हालांकि इसकी जानकारी ग्रामीणों को हो गई और उन्होंने अपनी सूझबूझ से बच्चे को बचा लिया.

Updated on: 08 Jan 2020, 09:52 AM

कासगंज:

उत्तर प्रदेश के कासगंज से एक चैंकाने वाली खबर आई है. जहां मंगलवार को एक मासूम बच्चे की बलि देने की कोशिश की गई. हालांकि इसकी जानकारी ग्रामीणों को हो गई और उन्होंने अपनी सूझबूझ से बच्चे को बचा लिया. जबकि दो तांत्रिक भागने में सफल रहे. सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची. जहां ग्रामीणों ने दो तांत्रिकों को हिरासत में ले रखा था. पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछ-ताछ कर रही है. दो अन्य तांत्रिकों की तलाश जारी है. वहीं इस घटना से ग्रामीणों में खासा आक्रोश है. मामला कासगंज के पटियाली कोतवाली का है.

यहां के दरियागंज गांव के जर्मन सिंह के आठ वर्षीय बेटे मासूम अंशुल को कुछ लोग कपड़े सिलवाने का नाप लेने के बहाने बहला-फुसला कर अपने साथ ले गए. बाजार न ले जाकर ये बच्चे को एक गड्ढे के पास ले गए. जहां ये उसकी बलि देने की तैयारी करने लगे. तांत्रिकों ने बच्चों का मुंह कपड़े से बांध दिया. ग्रामीणों को आता देख तांत्रिक वहां से भागने लगे.

ग्रामीणों ने घेराबंदी करके मकान मालिक समेत दो लोगों को धर दबोचा. लेकिन दो तांत्रिक भागने में सफल रहे. पकड़े गए आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है. घटना की जानकारी पर सीओ पटियाली ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी की. बताया जा रहा है कि सोने के लालच में इन लोगों ने इस वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया. आरोपियों ने बताया कि रात में उन्हें सपना आया था कि उनकी जमीन में सोना गड़ा हुआ है. इस लिए वह बच्चे को लाए थे.

क्योंकि कोई बच्चा ही सोने को देख सकता है. आपको बता दें कि कासगंज में बच्चों की बलिदेने के प्रयास का यह कोई पहला मामला नहीं है. पूर्व में भी ऐसे मामलों को अंजाम दिया जा चुका है. इस पूरे मामले पर सीओ पटियाली गवेंद्र गौतम का कहना है कि क्षेत्र के थाना गांव में एक बालक के साथ तंत्र क्रिया की सूचना मिली थी. जहां मौके से दो लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है.