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यूपी का सुल्तानपुर अब बनेगा कुशभवनपुर, नाम बदलने की कवायदें हुईं तेज

वैसे तो सुल्तानपुर का नाम बदलने की तैयारी तो लगभग दो से अधिक सालों से चल रही है, लेकिन अब इसे शासन से मंजूरी मिलने की कवायद तेज हो गई है.

Updated on: 28 Aug 2021, 07:24 AM

highlights

  • सुल्तानपुर का नाम बदलकर रखा जायेगा कुशभवनपुर
  • नाम बदलने की कवायदें हुईं तेज
  • नगर पालिका में पास हो चुका प्रस्ताव, मेनका गांधी ने भी किया था समर्थन

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में जिलों के नाम बदलने का सिलसिला काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. इस कड़ी में एक और जिले सुल्तानपुर का नाम भी शामिल हो गया है. वैसे तो सुल्तानपुर का नाम बदलने की तैयारी तो लगभग दो से अधिक सालों से चल रही है, लेकिन अब इसे शासन से मंजूरी मिलने की कवायद तेज हो गई है. नगरपालिका बोर्ड ने तो सुल्तानपुर का नाम कुशभवनपुर रखने का प्रस्ताव तो 2018 में ही पास कर दिया था, लेकिन किन्हीं कारणों से ये मुद्दा अब तक रुका हुआ था. लेकिन अब विधानसभा चुनावों से पहले जिले का नाम बदलकर कुशभवनपुर रखने के कयास लगाए जा रहे हैं.

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2018 में ही प्रस्ताव को पास किया था

मालूम हो कि सुलतानपुर का नाम बदलकर कुशभवनपुर करने का प्रस्ताव वर्ष 2018 में नगरपालिका बोर्ड की बैठक में पास हुआ था. इस दौरान सुलतानपुर पहुंचे तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक को शौर्य फाउंडेशन द्वारा मार्च 2019 में एक किताब के साथ एक पत्र सौंपा गया था. जिसमें सुलतानपुर का नाम कुशभवनपुर करने का निवेदन किया गया था. साथ ही 28 मार्च 2019 को उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस बारे में चिट्ठी भी लिखी थी. तभी से ही कवायदों के दौर ने तेजी पकड़ी थी.

मेनका गांधी ने भी किया था इसका समर्थन

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सांसद मेनका गांधी ने भी इस मांग का समर्थन किया था. मेनका गांधी ने 3 अगस्त, 2020 को श्रावण पूर्णिमा के दिन कुश भवनपुर उत्थान सेवा समिति द्वारा उठाए जा रहे सुल्तानपुर जिले के पुनः कुशभवनपुर नामकरण की मांग का समर्थन किया था. उन्होंने कहा था कि इतिहास के मुताबिक सुल्तानपुर का नाम पुनः कुश भवनपुर करने के लिए हमारा साथ व समर्थन सदैव रहेगा.

विधानसभा में भी उठा था मुद्दा

नगरपालिका के अलावा 2019 में लंभुआ से बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी ने भी सदन में धारा 103 के तहत सुल्तानपुर के नाम को कुशभवनपुर करने पर चर्चा कर चुके हैं. ये प्रस्ताव सदन में स्वीकार कर लिया गया था और लगातार तीन दिनों तक इस पर चर्चा चलती रही थी. बीजेपी विधायक देवमणि का इस मामले में कहना है कि अयोध्या से सटे सुल्तानपुर जिले को भगवान श्रीराम के पुत्र कुश ने बसाया था और इसे कुशभवनपुर नाम से जाना जाता था. सीताजी यही ठहरी थीं, उनकी याद में आज भी यहां सीताकुंड घाट मौजूद है. सुल्तानपुर के गजेटियर में भी इस बात का उल्लेख है कि पहले इसका नाम कुशभवनपुर ही था. लेकिन मुगल शासन काल में मुगलों ने इसका नाम बदलकर सुल्तानपुर कर दिया था. मालूम हो कि अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल में उसके भतीजे सुल्तान खिलजी के नाम पर कुशभवनपुर का नाम बदलकर सुल्तानपुर कर दिया गया था. विधायक देवमणि ने कहा कि सुल्तानपुर को उसके पुराने नाम कुशभवनपुर के नाम से जब लोग जानेंगे, तो यह बहूत सुखद होगा और इससे जिले का सांस्कृतिक व धार्मिक महत्व भी बढ़ेगा.