उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में पुलिस की पिटाई से आहत होकर एक दिव्यांग ने खुद को आग लगा लिया. इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई. दिव्यांग जगरनाथ उपाध्याय की गोरखपुर में इलाज के दौरान मंगलवार की सुबह मौत हो गई. मृतक के भाई अमरनाथ ने आरोप लगाया है कि पड़ोसी से हुए मामूली विवाद में पुलिस उसे थाने लेकर गई थी. जहां दरोगा ने उसकी जूतों से पिटाई कर दी. इस बात से आहत होकर उन्होंने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली. बताया जा रहा है कि पीड़ित 90 फीसदी झुलस गया था और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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जहां से गंभीर हालत में उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. इलाज के दौरान जगरनाथ ने दम तोड़ दिया. इस मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक बिहागड़ सिंह का कहना है कि दिव्यांग को थाने में बुलाकर केवल समझाया गया था. उसके साथ मारपीट नहीं की गई थी. वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है.
अगर आरोप सही साबित होते हैं तो दोषी पर कार्रवाई होगी. दिव्यांग के भाई अमरनाथ उपाध्याय ने बताया कि जगरना (24) का पड़ोस की एक महिला के साथ झगड़ा हो गया था. महिला ने मारपीट का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी थी.
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जिसके बाद पुलिस दोपहर के बाद जगरनाथ को थाने ले गई और उसे पीटा. आरोप है कि दरोगा ने जगरनाथ को जूतों से पीटा. जिसके बाद दिव्यांग काफी आहत था. शाम को वह घर पहुंचा और उसने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली.
HIGHLIGHTS
- मृतक के भाई ने लगाया दरोगा पर पिटाई का आरोप
- पड़ोसी के साथ लड़ाई के बाद पुलिस ले गई थी थाने
- पिटाई से आहत होकर दिव्यांग ने खुद को लगाई आग
Source : News Nation Bureau