राजकीय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों द्वारा अस्पताल के फार्मेसी स्टोर के कर्मचारियों के साथ मारपीट और तोड़फोड़ का मामला सामने आया है. इसके बाद सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए है. मेडिकल कॉलेज में कार्यरत अस्पताल कर्मियों का यह कहना है कि जब तक दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती तब तक चिकित्सा सेवा बहाल नहीं की जाएंगी.
बताया जा रहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर डॉक्टरों और फार्मासिस्ट के बीच कहा सुनी हुई. यह कहासुनी इस हद तक बढ़ गई कि मारपीट शुरू हो गई. देखते ही देखते बड़ी संख्या में मौजूद डॉक्टरों ने कर्मचारियों को पीटना शुरू कर दिया. यही नहीं स्टोर रूम में जाकर तोड़फोड़ मचाने के बाद कुर्सी मेज को भी उलट दिया. अस्पताल कर्मियों और डॉक्टरों के बीच मारपीट को लेकर मेडिकल कॉलेज के अंदर घंटों अफरा-तफरी का माहौल कायम रहा.
इमरजेंसी सेवाओं को ठप होने के बाद अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है. जिले के आलाधिकारी मामले को सुलझाने में जुटे हुए हैं. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर डी के सिंह का कहना है कि इस मामले में जांच बैठा दी गई है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में पीड़ित चीफ फार्मासिस्ट वीरेन्द्र सिंह की शिाकर पर मामला दर्ज कराया जाएगा.
Source : News State