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श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामला: धर्म गुरु मनोज मोहन शास्त्री ने किया यह बड़ा दावा

अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के बाद अब मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान का मसला जोर पकड़ने लगा है.

Updated on: 06 Oct 2020, 02:18 PM

मथुरा:

अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के बाद अब मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान का मसला जोर पकड़ने लगा है. श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही मस्जिद ईदगाह के बीच विवाद का मसला न्यायालय की चौखट पर भी पहुंच चुका है. इस बीच धर्म गुरु मनोज मोहन शास्त्री ने धार्मिक ग्रंथों और शास्त्रों का हवाला देते हुए प्रमाणित किया है कि जन्मभूमि वहीं है.

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धर्म गुरु मनोज मोहन शास्त्री ने कृष्ण जन्मभूमि पर धार्मिक ग्रंथों और शास्त्रों का हवाला देते हुए प्रमाणित किया है कि वहां कब किसने मंदिर का निर्माण कराया. उन्होंने साफ तौर पर मांग की कि मस्जिद वहां से हटनी चाहिए. भागवत को दिखाते हुए मनोज मोहन शास्त्री ने यह भी बताया कि कहां क्या उल्लेख है. साथ ही उन्होंने कहा कि मस्जिद कहीं भी बनाई जा सकती है. सड़क और रेलवे स्टेशन पर नमाज लोग पढ़ लेते हैं, लेकिन जन्मभूमि एक ही हो सकता है, जिसे बदला नहीं जा सकता.

उधर, उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर में स्थित शाही ईदगाह को हटाकर भूमि वापस श्रीकृष्ण विराजमान को सौंपे जाने से संबंधित याचिका निरस्त हो जाने के बाद वादी पक्ष के अधिवक्ताओं ने अब इस मामले में जिला जज की अदालत में अपील करने का फैसला किया है. वे इस संबंध में अगले सप्ताह याचिका दायर करेंगे.

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इससे पहले 13.37 एकड़ जमीन पर 1973 में श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान और कमेटी ऑफ मैनेजमेंट ट्रस्ट शाही ईदगाह मस्जिद के बीच हुए समझौते और उसके बाद की गई न्यायिक निर्णय (डिक्री) को रद्द करने संबंधी याचिका कोर्ट में डाली गई थी. 30 सितंबर को कोर्ट में सुनवाई के लिए दोनों पक्षों ने बहस की. जिसके बाद सिविल जज सीनियर डिवीजन छाया शर्मा ने याचिकाकर्ताओं की सभी दलीलें अस्वीकार करते हुए याचिका खारिज कर दी थी.