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सपा MLC पुष्पराज के घर और दफ्तरों पर छापा, लखनऊ सहित 50 जगहों पर IT की रेड

आज यूपी में एक साथ 50 जगहों पर इनकम टैक्स की छापेमारी चल रही है. इसमें 7 ठिकाने पुष्पराज के हैं. पुष्पराज उर्फ पम्मी जैन समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य (MLC) और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी है.

Updated on: 31 Dec 2021, 05:03 PM

highlights

  • पम्पी ने 2022 के लिए 22 फूलों से बना समाजवादी इत्र लॉन्च किया था 
  • यूपी में एक साथ 50 जगहों पर इनकम टैक्स की छापेमारी चल रही है
  • कन्नौज के बाद इत्र कारोबारी याकूब मलिक के भाई मोहसिन के घर IT पहुंची

नई दिल्ली:

कन्नौज में इत्र एवं पान मसाला कारोबारी पीयूष जैन के आवास एवं व्यावसायिक ठिकानों पर आयकर विभाग के छापे और अथाह संपत्ति के मिलने  के बाद प्रदेश में कारोबारियों का राजनीतिक दलों से गठजोड़ का मुद्दा छाया रहा. आज यूपी में एक साथ 50 जगहों पर इनकम टैक्स की छापेमारी चल रही है. इसमें 7 ठिकाने पुष्पराज के हैं. पुष्पराज उर्फ पम्मी जैन समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य (MLC) और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी है. लखनऊ, कन्नौज, कानपुर, नोएडा और हाथरस के ठिकानों पर सर्चिंग जारी है. लखनऊ में भी इत्र कारोबारी के यहां छापा पड़ा है. कन्नौज के बाद इत्र कारोबारी मोहम्मद याकूब मलिक के भाई मोहसिन के घर IT पहुंची है. लखनऊ में हजरतगंज स्थित मोहसिन की कोठी पर सर्चिंग चल रही है. वहीं, इत्र और गुटखा कारोबार से जुड़े अन्य व्यापारियों के यहां छापा पड़ा है.

पम्मी जैन के यहां छापा पड़ने के बाद समाजवादी पार्टी भाजपा सरकार पर अक्रामक हो गयी है. सपा का कहना है कि भाजपा सरकार कन्नौज में पीयूष जैन के यहां छापा मारकर पश्चाताप में है. क्योंकि पीयूष जैन भाजपा के आदमी हैं. आयकर विभाग की गलती की वजह से यह छापा पड़ा था. अब इंकम टैक्स डिपार्टमेंट उस छापे को जायज ठहराने के लिए अन्य कारोबारियों पर छापे मार रही है.
 
समाजवादी पार्टी के आरोपों का भाजपा ने खंडन किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि, "कन्नौज में रेड और दूसरे स्थानों पर जो भी रेड हुई है, सही हुई सही घर में हुई है. रेड के बाद आयकर विभाग खाली हाथ नहीं लौटा है. इस रेड से अखिलेश यादव क्यों हिल गये हैं. रेड अभी चालू है."

उन्होंने कहा कि, "अखिलेश यादव को इसकी निंदा करनी चाहिए. इतना पैसा रखने वाले को सलाह देना चाहिए कि टैक्स देना चाहिए, अगर वो बोल रहे हैं कि बीजेपी का पैसा है तो उनको कैसे पता है? बीजेपी का उसमें कुछ नहीं है." चुनाव के समय आयकर विभाग के छापे के सवाल पर वित्त मंत्री ने कहा कि, "चुनाव आ रहा है तो क्या मूहूर्त निकलेगा रेड के लिए."

वित्त मंत्री ने कहा कानून लागू करने वाली एजेंसी जब कहीं छापा मारती हैं तो वह एक्शन  रिकॉर्ड के आधार पर होते हैं. ऐसे ही कानपुर के इत्र व्यापारी के यहां जीएसटी इंटेलिजेंस कि सूचना पर रेड की गई. तमाम गलतफहमी फैलाई गई. कल हमने एक प्रेस रिलीज भी उसको लेकर जारी की थी. 

इत्र कारोबारयों के यहां रेड के बाद लगभग 20 कारोबारियों ने अपने ऑफिस नही खोले. बता दें कि कानपुर में महावीर जैन के आनंदपुरी स्थित घर पर इनकम टैक्स की रेड चल रही है. आनंदपुरी निवासी कारोबारी अनूप जैन समेत एक्सप्रेस-वे रोड, स्वरूप नगर और आर्य नगर में सर्चिंग चल रही है. एक्सप्रेस-वे, नयागंज, घंटाघर और बिरहा रोड स्थिति पर कारोबारियों के कार्यालय आज बंद है.

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पड़ोसियों के मुताबिक, पुष्पराज घर में ही हैं. टीम ने जिस घर पर रेड डाली है, यहां उनका भाई अतुल जैन अपनी फैमिली के साथ रहता है. पुष्पराज की फैमिली मुंबई में रहती है. इनकी कोई संतान नहीं है. कन्नौज में उसके दो घर हैं. बता दें, पीयूष जैन का घर भी इसी छिपट्‌टी मोहल्ले में है, जो पुष्पराज के घर से महज 100 मीटर दूर है.

200 करोड़ी पीयूष जैन के घर छापे के बाद यह कहा जा रहा है कि आयकर अफसरों ने गलती से P के चक्कर में पीयूष के घर छापा मार दिया. जबकि निशाना दूसरे वाले P यानी MLC पुष्पराज जैन पम्पी थे. खैर, 8 दिनों बाद उस गलती को आयकर अफसरों ने ठीक कर लिया. शुक्रवार सुबह 7 बजे आयकर अफसर पम्पी के कन्नौज स्थित घर पहुंच गए. थोड़ी देर में ही खबर आने लगी कि सिर्फ कन्नौज नहीं बल्कि कानपुर, हाथरस, नोएडा और अंबेडकरनगर में भी पम्पी की फैक्ट्री और ऑफिसेज में छापेमारी हुई है. पम्पी ने 2022 के लिए 22 फूलों से बना समाजवादी इत्र लॉन्च किया था. वह अखिलेश के करीबी हैं.

पुष्पराज ने ने 6 दिन पहले कहा था कि पीयूष जैन भाजपा समर्थक है. केवल जैन होने से उन्हें मेरा रिश्तेदार बताया जा रहा है और समाजवादी पार्टी को बदनाम किया जा रहा है.