योगीजी कहते हैं ठोक दो, पुलिस और जनता को समझ नहीं आता की किसे ठोकना है: अखिलेश यादव

गाजीपुर में सिपाही की मौत मामले पर राजनीति गरमा गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सूबे के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है

गाजीपुर में सिपाही की मौत मामले पर राजनीति गरमा गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सूबे के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है

author-image
nitu pandey
एडिट
New Update
योगीजी कहते हैं ठोक दो, पुलिस और जनता को समझ नहीं आता की किसे ठोकना है: अखिलेश यादव

सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सीएम योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

गाजीपुर में सिपाही की मौत मामले पर राजनीति गरमा गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सूबे के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है. उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लेते हुए कहा कि ना तो पुलिस को और ना ही जनता को योगी का भाषा समझ में आ रही है.अखिलेश यादव ने कहा, 'ये घटना (गाजीपुर में पत्थरबाजी में सिपाही की मौत) इसलिए घटी क्योंकि सीएम योगी सदन में हो या फिर मंच पर उनकी एक ही भाषा है 'ठोक दो'. कभी पुलिस को नहीं समझ आता है कि किसी 'ठोकना' है और कभी जनता को नहीं समझ आता है कि किसी 'ठोकना' है.

Advertisment

बता दें कि शनिवार (29 दिसंबर) को पीएम मोदी की रैली से लौट रहे पुलिसकर्मियों पर गाजीपुर के ननोहारा में कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया था. इस पथराव की चपेट में आने से गाज़ीपुर के करीमुद्दीनपुर थाने में तैनात कांस्टेबल सुरेश वत्स की मौत हो गई थी. वह प्रतापगढ़ के लक्षीपुर-रानीपुर के रहने वाले थे. पिता के मौत से दुखी बेटे वीपी सिंह ने कहा कि जब पुलिस अपनी सुरक्षा नहीं कर पा रही है तो हम उनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं. उसने यूपी के कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए.

इसे भी पढ़ें: क्रिश्चियन मिशेल के खुलासे पर बोले सिब्बल, जांच एजेंसियां पीएम मोदी के इशारों पर कर रही हैं काम

वाराणसी जोन के एडीजी पीवी रामा शास्त्री ने बताया कि इस मामले में 32 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं 70-80 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इसके साथ ही 11 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है, जिनसे पूछताछ चल रही है. 

Source : News Nation Bureau

Akhilesh Yadav CM Yogi pm-modi-rally constable samajwadi party leader akhilesh yadav ghazipur dispute ghazipur Violence
      
Advertisment