सपा के कैरान से विधायक नाजिद हसन ने अपने विवादित बयान में मुसलमानों से बीजेपी समर्थकों की दुकान को बहिष्कार करने की अपील की है. इसके बाद सपा सांसद आजम खां ने भी दुख व्यक्त किया था. उन्होंने कहा कि गरीब विक्रेता भी व्यापारी हैं जो गली-गली में घूमकर सामान बेचते हैं. न केवल अमीर व्यापारी जो दुकानों में बैठे हैं. जो छत के नीचे सामान बेचते हैं. ये उनके बीच का संघर्ष है. मेरे बयान को एक अलग तरीके से लिया गया है. जिसका एक अलग अर्थ दिया गया है.
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नाहिद हसन ने कहा कि अगर बाजार में भीड़ है तो एक विकल्प बाईपास है. अगर बाईपास है तो वर्षों से ध्वस्त पड़े लोगों के घर क्यों हैं? वे अतीत में सभी दलों के नेताओं द्वारा वहां बसाए गए थे. हसन ने कहा कि हमारे गरीब भाइयों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया है. उन्हें दीवारों के भीतर अपने स्टाल लगाने के लिए भी मजबूर किया जा रहा है. अगर वे खुले में सामान को नहीं बेचेंगे तो उनसे कौन सामान खरीदेगा? मैंने बीजेपी के दुकानदारों से कहा था, क्योंकि भाजपा अभी सत्ता में है और उसके कुछ नेता इस तरह की चीजों में शामिल हैं.
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शामली में कैराना से चर्चित सपा विधायक नाहिद हसन का विवादित बयान सामने आया है. बयान में नाहिद हसन कैराना के व्यापारियों को भाजपाई बताकर उनसे खरीददारी ना करने को कह रहे हैं. इतना ही नहीं नाहिद हसन ने अधिकारियों को भी भाजपाई बता डाला.कैराना में नगर पालिका व प्रशासन के द्वारा हटाए गए अवैध कब्जो से नाराज होकर नाहिद हसन ने यह बातें कहीं. यह बयान नाहिद की सीधे-सीधे कैराना के व्यापारियों को चेतावनी है. इससे पहले भी कई बार विवादित ब्यान देकर सपा विधायक नाहिद हसन चर्चाओं में रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- नाहिद हसन ने अपने बयान पर दी सफाई
- बोले हमारे बयान को गलत तरीके से लिया गया
- छोटे-बड़े व्यापारियों के बीच संघर्ष है