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सोनभद्र नरसंहार: रिपोर्ट के बाद DM और SP पर गिरी गाज, सीएम ने दिया ये आदेश

सोनभद्र नरसंहार मामले में सीएम योगी की बड़ी कार्रवाई की है. सोनभद्र जिले के डीएम अंकित कुमार अग्रवाल, एसपी सलमान ताज पाटिल पर गाज गिरी है. उन्हें वहां से हटा दिया गया है.

Updated on: 04 Aug 2019, 05:32 PM

highlights

  • सोनभद्र नरसंहार में 10 लोगों की गई थी जान
  • कई घरों के चिराग बुझ गए थे
  • सीएम ने इस मामले में कई पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया है

लखनऊ:

सोनभद्र नरसंहार मामले में सीएम योगी की बड़ी कार्रवाई की है. सोनभद्र जिले के डीएम अंकित कुमार अग्रवाल, एसपी सलमान ताज पाटिल पर गाज गिरी है. उन्हें वहां से हटा दिया गया है. सोनभद्र के डीएम-एसपी को जिले से हटाकर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है. सीएम योगी ने इस बात की जानकारी प्रेस कान्फ्रेंस करके की.

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3 सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर बड़ी कार्रवाई की गई है. शनिवार देर रात सीएम को सौंपी गई रिपोर्ट की सिफारिशों के आधार पर की गई कार्रवाई. अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार ने एक हजार पेज की रिपोर्ट सौंपी है.

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3 सदस्यीय जांच कमेटी में शामिल थे प्रमुख सचिव श्रम सुरेश चंद्रा और कमिश्नर मिर्जापुर एके सिंह. एस रामलिंगम सोनभद्र के नए डीएम बनाए गए और प्रभाकर चौधरी को सोनभद्र का नया एसपी बनाया गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक कमेटी मिर्जापुर जनपद में जमीनों को समितियों के नाम पर करने के मामले में जांच करेगी.

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समितियों के नाम पर की गई सरकारी भूमि को वापस ग्राम समाज को दी जाएगी. जिसके बाद इसका पट्टा भूमिहीन लोगों को मिलेगी. भूमि हड़पने के संबंध में उन सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया है जो जीवित हैं. आशा मिश्रा और उनकी बेटी के खिलाफ भी IPC की धारा में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया है.

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कई अन्य पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिरी है. पक्षपातपूर्ण कार्रवाई के लिए कई पुलिस कर्मियों को विभागीय जांच का सामना करना पड़ेगा. सोनभद्र नरसंहार मामले में डीआईजी जे. रविंद्र गौड़ की अध्यक्षता में होगी SIT जांच.

सोनभद्र नरसंहार मामले में अभी तक की कार्रवाई

  • डीएम अंकित कुमार अग्रवाल को हटाकर नियुक्ति विभाग से संबद्ध कर विभागीय जांच की संस्तुति की गई.
  • एसपी सलमान ताज पाटिल को हटाकर डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध कर विभागीय जांच की संस्तुति की गई.
  • 1955 के तत्कालीन तहसीलदार रॉबर्ट्सगंज के जिंदा होने पर उनके खिलाफ एफआईआर के आदेश.
  • 1989 के तत्कालीन परगना अधिकारी और तहसीलदार के खिलाफ भी जीवित होने पर होगी FIR
  • सहायक अभिलेख अधिकारी सोनभद्र राजकुमार को निलंबित करते हुए FIR दर्ज करने के आदेश.
  • सीओ घोरावल अभिषेक सिंह, इंस्पेक्टर अरविंद कुमार, सब-इंस्पेक्टर लल्लन प्रसाद यादव, बीट कांस्टेबल सत्यजीत यादव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश.
  • 2017 में तत्कालीन एसडीएम घोरावल विजय प्रकाश तिवारी और मणि कण्डन, सीओ विवेकानंद तिवारी, राहुल मिश्रा, इंस्पेक्टर घोरावल आशीष कुमार सिंह और शिव कुमार मिश्र के खिलाफ FIR के आदेश.
  • सपा नेता ग्राम प्रधान यज्ञदत्त से जमीन खाली कराने के लिए 1 लाख 42 हजार रुपये जमा कराने वाले एडिशनल एसपी अरुण कुमार के खिलाफ FIR के आदेश.
  • सहायक निबंधक कृषि सहकारी समितियां वाराणसी विजय कुमार अग्रवाल को निलंबित कर FIR के आदेश.
  • ग्रामसभा की भूमि को फर्जी रूप से समिति के नाम दर्ज कराने पर आदर्श कृषि सहकारी समिति उम्भा के प्राथमिक 12 सदस्यों के जीवित होने पर FIR के आदेश.
  • 1989 में सोसायटी की भूमि अपने नाम कराने के लिए IAS प्रभात कुमार मिश्र की पत्नी आशा मिश्र और IAS भानुप्रताप शर्मा की पत्नी विनीता शर्मा उर्फ किरन कुमारी के खिलाफ भी FIR के आदेश.
  • उपरोक्त सभी एफआईआर लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में दर्ज की जा रही है.
  • सोनभद्र नरसंहार मामले में दर्ज सभी FIR की विवेचना SIT करेगी जिसकी अध्यक्षता डीआईजी जे. रविंद्र गौड़ करेंगे, एडिशनल एसपी अमृता मिश्रा और 3 इंस्पेक्टर SIT जांच टीम में शामिल होंगे और इसकी मॉनिटरिंग डीजी एसआईटी आरपी सिंह करेंगे.
  • अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय जांच समिति का गठन हुआ है. अगले 3 महीने में अपनी जांच रिपोर्ट देगी कमेटी. पिछले 70 सालों में मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों में सरकारी भूमि के अवैध कब्जे से जुड़े सभी मामलों को लेकर अपनी रिपोर्ट देगी कमेटी.

सोनभद्र में हुआ था नरसंहार

सोनभद्र के घोरावल थाना क्षेत्र के मूर्तिया गांव में 17 जुलाई को दोपहर में जमीनी रंजिश को लेकर दो गुटों में विवाद हुआ था. विवाद में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर गोलियां चलानी शुरू कर दी. जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई थी.

दर्जन भर से अधिक महिलाए और पुरुष घायल हो गए थे. इस जमीनी रंजिश में कई घरों के चिराग बुझ गए. वहीं गांव की कई महिलाएं विधवा हो गईं. इस नरसंहार के बाद सीएम योगी सोनभद्र के कुम्भा गांव पहुंचे थे. जहां उन्होंने कई बड़ी घोषणाएं की थी.