Sonbhadra: हमारे देश को अतुल्य भारत यूं ही नहीं बोला जाता है. यहां का हर शहर अपने आप में बेहद खास और अनोखी पहचान रखता है. सभी का अपना रहस्य और इतिहास है, जिससे उसे जाना जाता है. किसी शहर को मंदिर तो किसी को कारखानों से पहचान मिली है. कहीं किताबें, तो कहीं नदियों का संगम सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है. ऐसा ही एक भारत का इकलौता शहर है जिसे 5 राज्यों की सीमाओं ने घेर रखा है.
सोने की खदान की मिली है पहचान
यूं तो इसके बारे में सिविल परीक्षा की तैयारी कर रहे प्रतियोगियों से भी पूछा जा चुका है. लेकिन इस बार हम आपको सामान्य ज्ञान के लिहाज से बताने जा रहे हैं कि इस जिले का नाम सोनभद्र है. सोने की खदान के रूप में जाना जाने वाला ये जिला अपने आप में बेहद खास है. यहां साल 2020 में 2900 टन सोना पाय गया था, जिसके बाद से इसे इतिहास के पटल पर नहीं पहचान मिली. हालांकि, ऐसा नहीं कि इस जिले की ये इकलौती ही पहचान है, बल्कि इसे ऊर्जा की राजधानी भी कहा जाता है, जहां बहुत सारे बिजली संयंत्र पाए जाते हैं.
5 राज्यों से है घिरा
सोनभद्र को पहले गुप्तकाशी के नाम से भी जाना जाता था. यह भारत का एकमात्र ऐसा जिला है, जिसे अलग-अलग राज्यों की सीमाएं छू रही हैं, जिनमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश शामिल है. यहां दूर-दराज से लोग पहुंचते हैं. पांच राज्यों से घिरा यह जिला काफी सुंदर है.
इस जिले के उत्तर पूर्व दिशा की सीमाएं बिहार से लगती है. जिनमें कैमूर और रोहतास शामिल हैं. दक्षिण दिशा में छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा लगती है, जहां का बलरामपुर जिले की सीमा लगती है. इसके अलावा, मध्य प्रदेश का सिंगरौली जिला भी सोनभद्र से सटा हुआ है. वहीं, उत्तर दिशा में यूपी का मिर्जापुर और चंदौली जिला और झारखंड का गढ़वा जिले की सीमाएं इससे लगती है.
खनिजों के लिए भी है खास
यदि आप सोनभद्र जाने का प्लान बना रहे हैं, तो आप यहां पर किसी भी मौसम में जा सकते हैं. यहां आपको रेणुकूट मंदिर एक्सप्लोर करने का मौका मिलेगा. बता दें कि इस जिले में बॉक्साइट, चूना पत्थर, कोयला, सोना, आदि जैसे बहुत सारे खनिजों पाए जाते हैं.