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कथित अनामिका शुक्‍ला की सेवा समाप्‍त, कॉल डिटेल खंगाल रही है पुलिस

प्रयागराज की कथित अनामिका शुक्ला की सेवा समाप्त कर दी गई है. डीएम और सीडीओ की संस्तुति पर बीएसए संजय कुशवाहा ने यह कार्रवाई की है. कथित अनामिका शुक्‍ला की कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, सोरांव में नवम्बर 2019 में नियुक्ति हुई थी.

Updated on: 13 Jun 2020, 12:11 PM

प्रयागराज:

प्रयागराज की कथित अनामिका शुक्ला (Anamika Shukla) की सेवा समाप्त कर दी गई है. डीएम और सीडीओ की संस्तुति पर बीएसए संजय कुशवाहा ने यह कार्रवाई की है. कथित अनामिका शुक्‍ला की कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, सोरांव में नवम्बर 2019 में नियुक्ति हुई थी और 30 मार्च 2020 को संविदा अवधि समाप्‍त हो गई थी. प्रयागराज में अनामिका शुक्‍ला के बदले कायमगंज (फर्रुखाबाद) की रीना नौकरी कर रही थी. रीना के निवास प्रमाणपत्र से इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था.

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पुलिस अब कथित अनामिका शुक्‍ला के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है. शिक्षिका के मोबाइल सिम के दस्तावेज और नियुक्ति के दस्तावेज अलग मिलने पर जांच को नई दिशा मिलने की उम्‍मीद है. पुलिस उस नंबर की भी तलाश कर रही है जो उसने स्कूल में दर्ज कराया था. बीएसए और सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक, स्कूल की वार्डन व दूसरे कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं. बीएसए ने कर्नलगंज थाने में कथित अनामिका शुक्‍ला के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है.

पिछले हफ्ते इस मामले का खुलासा हुआ था, उसके बाद यूपी के सरकारी हलकों में तहलका मच गया था. आरोप था कि कथित अनामिका शुक्‍ला फर्जी तरीके से एक-दो नहीं, 25 जिलों में नौकरी कर रही थी और सरकार को चूना लगा रही थी.

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BSA ऑफिस कासगंज के ऑफिस में कथित अनामिका शुक्‍ला ने अपने साथी के हाथ से त्यागपत्र भिजवाया था, लेकिन उसके साथी को दफ्तर में बैठा लिया गया. इसके बाद बीएसए ने अपने ऑफिस के कर्मचारियों को भेजकर उसे सड़क से पकड़वा लिया. अनामिका शुक्ला कासगंज के कस्तूरबा विद्यालय फरीदपुर में विज्ञान की शिक्षिका के रूप में पूर्णकालिक रूप से सेवाएं दे रही थीं. जांच में कथित अनामिका शुक्ला कस्तूरबा विद्यालय में नौकरी करती पाई गई.

बाद में यह सच उजागर हुआ कि असली अनामिका शुक्‍ला, जिनके नाम पर प्रदेश के 25 जिलों में धांधली चल रही थी, असल में वह बेरोजगार हैं. गोंडा निवासी 'असली' अनामिका शुक्ला अपने डाक्यूमेंट्स के साथ बीएसए ऑफिस (BSA Office) पहुंचीं, तब सच सामने आया.

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अनामिका शुक्ला ने शिकायती पत्र में लिखा, 'मैंने 2017 में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में साइंस टीचर के लिए अप्लाई किया था. पोस्टिंग के विकल्प के तौर पर सुलतानपुर, जौनपुर, बस्ती, मिर्जापुर और लखनऊ जिले भरे थे. लेकिन काउन्सलिंग में कहीं भी शामिल नहीं हुई और न ही अभी कहीं नौकरी कर रही हूं.'

बीएसए गोंडा डॉ इंद्रजीत प्रजापति ने अनामिका के डाक्यूमेंट्स देखने के बाद ऑनलाइन मुकदमा दर्ज करवाया. गोंडा की रहने वाली अनामिका शुक्‍ला ने जिले में पढ़ाई पूरी की और यहीं पर उनकी शादी भी हुई. वह अपने पति और बच्चे के साथ गोंडा में ही रह रही हैं.