अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को मात देने वालीं बीजेपी नेता स्मृति ईरानी के नजदीकी कार्यकर्ता और बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इलाज के लिए उन्हें लखनऊ के ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. गौरतलब है कि बरौलिया गांव को मनोहर पर्रिकर ने गोद लिया था. वारदात की सूचना मिलते ही स्मृति ईरानी अमेठी के लिए रवाना हो गई हैं. वे फ्लाइट से लखनऊ जाएंगी और वहां से सड़क मार्ग से अमेठी के लिए रवाना होंगी.
बताया जा रहा है कि बदमाशों ने वारदात को तब अंजाम दिया, जब सुरेंद्र सिंह अपने घर के बाहर सो रहे थे. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और मुकदमा दर्ज कर छानबीन में जुट गई है. हत्या के बाद इलाके में तनाव का माहौल कायम हो गया है. एहतियातन घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
सुरेंद्र सिंह के बेटे ने बताया, "मेरे पिताजी ने स्मृति ईरानी जी के पक्ष में दिन रात प्रचार किया, मेहनत की. उनके जीतने के बाद उन्होंने विजय जुलूस भी निकाला. मुझे लगता है कि कांग्रेस के कुछ समर्थकों को यह हजम नहीं हुआ. हमें कुछ लोगों पर संदेह है."
इस मामले में उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, "मामले की गहन जांच जारी है. हमें कुछ क्लू मिले हैं. 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. हमें पूर्ण विश्वास है कि 12 घंटे में इस केस को सुलझा लिया जाएगा. गांव में एहतियातन 3 कंपनी पीएसी तैनात की गई है. कानून व्यवस्था को कोई खतरा नहीं है.
बीते लोकसभा चुनाव में सुरेंद्र सिंह ने स्मृति ईरानी के चुनाव प्रचार अभियान में बड़ा रोल निभाया था. बताया यह भी जा रहा है कि सुरेंद्र सिंह का प्रभाव कई गांवों में है जिसका फायदा स्मृति ईरानी को मिला.
बता दें कि हाल ही में लोकसभा चुनावों में बीजेपी की स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराया है. राहुल गांधी को हराकर स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के अभेद्य किले में सेंध लगा दी है.