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बलिया हत्याकांड के आरोपी का समर्थन करने वाले BJP विधायक को कारण बताओ नोटिस

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रेवती इलाके में हाल ही में हुए हत्याकांड के आरोपी के पक्ष में खुल कर सामने आने वाले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक सुरेंद्र सिंह को पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष ने कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब देने को कहा

Updated on: 21 Oct 2020, 06:19 AM

लखनऊ/बलिया:

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रेवती इलाके में हाल ही में हुए हत्याकांड के आरोपी के पक्ष में खुल कर सामने आने वाले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक सुरेंद्र सिंह को पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष ने कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब देने को कहा है. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मंगलवार को यह जानकारी दी . सिंह ने  बताया कि पार्टी विधायक सुरेंद्र सिंह को रविवार को नोटिस जारी कर उनसे एक सप्‍तााह में जवाब मांगा गया है.

उन्होंने कहा, ''विधायक को हिदायत दी गई है कि वह अनावश्‍यक बयानबाजी न करें और कानून को अपना काम करने दें.'' यह पूछे जाने पर कि मामले में क्‍या बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जे पी नड्डा की तरफ से कोई हस्‍तक्षेप हुआ है, प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि उन्‍होंने टेलीफोन पर इस मामले की जानकारी ली थी. सुरेंद्र सिंह मंगलवार को लखनऊ में थे, लेकिन उन्‍होंने लखनऊ में मीडिया से बातचीत करने से परहेज किया.

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हालांकि सुरेंद्र सिंह ने फोन पर हुयी बातचीत में बताया, ''वह कार्यकर्ताओं के सम्मान व प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर सकते हैं . उनके लिए विधायक सहित कोई पद मायने नही रखता है .'' साथ ही उन्होंने कहा, ' मेरा मिशन स्पष्ट है कि जिस समाज के समर्थन से मुझे चुनाव में जीत हासिल हुई है, उसके सम्मान की रक्षा करूं .''

पार्टी की तरफ से नोटिस को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह हमारे नेता हैं, वह जब चाहे एक्शन ले सकते हैं. सुरेंद्र सिंह रेवती कांड में आरोपी के पक्ष में घटना के दिन से ही सक्रिय हैं . सुरेंद्र सिंह ने थाना परिसर में पहुंचकर आरोपी पक्ष की ओर से भी मुकदमा दर्ज कराने का प्रयास किया.

विधायक ने सोमवार को पत्रकारों से यहां तक कहा था कि ''वह न्याय पक्ष के साथ खड़े हैं .'' उन्होंने रेवती हत्याकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह का खुलकर बचाव करते हुए कहा कि ''वह बीजेपी के लिए अपना प्राण न्योछावर करने वाला कार्यकर्ता हैं. पार्टी संगठन व प्रशासन की एक पक्षीय कार्रवाई से व्यथित होकर पार्टी के तकरीबन पांच सौ पदाधिकारी व कार्यकर्ता बीजेपी से इस्तीफा देने की तैयारी में हैं.''

सुरेंद्र सिंह को प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने रविवार को प्रदेश मुख्‍यालय में भी बुलाया था. सुरेंद्र सिंह ने बातचीत में स्‍वीकार किया था कि उन्‍होंने प्रदेश अध्‍यक्ष और संगठन महामंत्री से मुलाकात की है. सोमवार को विधायक सुरेंद्र सिंह ने यह भी कहा है उनको दल की तरफ से अभी तक कोई नोटिस नही मिला है.

उन्‍होंने यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अपना पक्ष रखेंगे . सुरेंद्र सिंह की भूमिका को लेकर विपक्ष ने भी बीजेपी पर सवाल उठाये. कांग्रेस की राष्‍ट्रीय महासचिव और उत्‍तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने तो रविवार को ट्वीट कर सवाल उठाया ''बलिया की घटना में बीजेपी सरकार किसके साथ खड़ी है. खबरों के अनुसार अफसरों के सामने हत्‍या करने के बाद आरोपी पुलिस की गिरफ़्त में था मगर वह फरार हो गया .

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अभी तक पकड़ा नहीं गया. बीजेपी विधायक खुलकर आरोपी के साथ खड़ा है.'' प्रियंका ने आगे प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष को टैग करते हुए लिखा '' क्‍या आप अपराधी के साथ खड़े इस विधायक के साथ हैं. यदि नहीं तो अब तक यह बीजेपी में क्‍यों बना हुआ है.'' इस बीच मंगलवार को बीजेपी सांसद रवींद्र कुशवाहा ने कहा है कि ''रेवती की घटना में पीड़ितों की मदद होनी चाहिए.''

उन्होंने बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह के जाति कार्ड खेलने के सवाल पर कहा कि बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है . इसमें किसी के निजी विचार के कोई मायने नहीं है . दल का स्पष्ट मत सबका साथ-सबका विश्वास का है.''

गौरतलब है कि बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर ग्राम में बृहस्पतिवार को सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के आवंटन के दौरान गोली चलने से जयप्रकाश पाल नामक व्यक्ति की मौत हो गयी थी तथा कई लोग घायल हो गये थे. राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने मामले के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को रविवार को लखनऊ में गिरफ्तार किया था.

पुलिस ने धीरेंद्र समेत इस मामले में कुल दस लोगों को गिरफ्तार किया है. रविवार को पकड़े जाने के बाद धीरेंद्र सिंह ने एसटीएफ को बताया कि पहले दूसरे पक्ष ने गोली चलाई जिसमें उसके परिवार की पांच-छह महिलाएं और उसका भतीजा घायल हो गया. गोली लगने से उसके भतीजे गोलू सिंह की भी मौत हो गई.