बलिया के डीएम भवानी सिंह ने नेताओं पर की गई टिप्पणी पर माफी मांग ली है. उन्होंने एक पत्र लिख कर कहा है कि वह नेताओं पर किए गए कमेंट के लिए दिल की गहराइयों से माफी मांगते हैं. वह एक प्राथमिक विद्यालय में जांच करने पहुंचे थे जहां उन्होंने बसपा नेताओं पर टिप्पणी की थी. जिसके बाद लगातार वह सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे थे.
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#ShoeForTheDM ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा था. बलिया में एक प्राइमरी स्कूल में छुआछूत की शिकायत सामने आई थी. जहां बताया जा रहा था कि बच्चों को जाति के हिसाब से अलग-अलग बिठाया जाता है और खाना खिलाया जाता है. एक वीडियो भी आया था जिसमें बताया जा रहा था कि दलित बच्चों को अलग से खाना खिलाया जा रहा है.
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साथ ही यह भी कहा गया कि दलित बच्चे अपने घर से थाली लेकर आते हैं. इस बात की जानकारी होने के बाद बसपा नेता को-ऑर्डिनेटर मदनराम और जिलाध्यक्ष संतोष कुमार रामपुर के प्राइमरी स्कूल में पहुंच गए. जिसके बाद डीएम भवानी शंकर भी मौके पर पहुंच गए. डीएम भवानी सिंह बसपा नेताओं को देखते ही आग-बबूला हो गए.
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वह बसपा नेताओं को ताने मारने लगे. उनके कपड़ों पर कमेंट करने लगे. डीएम भवानी सिंह ने बसपा नेताओं का हाथ पकड़ कर कहा कि 25 लाख की गाड़ी में सफेदपोश आए हैं राजनीति करने. महंगी घड़ी और महंगा जूता पहन कर. आपके जूतों की कीमत क्या है? घड़ी की कीमत क्या है?
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डीएम के इस व्यावहार से वहां मौजूद बसपा नेता मदन राम का कहना है कि जिलाधिकारी की इस बात से हमें मानसिक पीड़ा पहुंची है. क्या बीजेपी की सरकार में दलितों को अच्छे कपड़े पहनने का हक नहीं है?
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो