/newsnation/media/media_files/2024/12/26/L0gc7L7uxaXeR2k9zFSh.jpg)
shamli crime Photograph: (social)
UP News: उत्तर प्रदेश के शामली में एसओजी और साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर ठगी करता था. पकड़े गए आरोपियों की पहचान मुबीन निवासी गांव ओदरी, अतुल चौहान निवासी आवास कालोनी ऋषिकेश जिला देहरादून मूल निवासी गांव नूरपुर हट्टी थाना नगीना जिला बिजनौर और राकेश पांडे निवासी कैनाल रोड ऋषिकेश के रूप में हुई है. इनमें से एक राकेश पांडे ऋषिकेश में जनसेवा केंद्र चलाता है और मुबीन व अतुल चौहान एजेंट हैं. हालांकि, मास्टरमाइंड पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
ऐसे दबोचे गए आरोपी
दरअसल, जिले के अंदर कई दिनों से धड़ल्ले से फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने के खेल चल रहा था. सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आया और तीनों आरोपियों को धर दबोचा. इस गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लाइन सभागार में बुधवार को एसपी रामसेवक गौतम ने प्रेसवार्ता में बताया कि 19 फरवरी को एसीएमओ डॉ. अतहर जमील की तरफ से साइबर क्राइम थाने पर आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के संबंध में दो लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
टीमों का किया गया था गठन
बता दें कि इस केस लेकर साइबर क्राइम थाना पुलिस के साथ एसओजी, सर्विलांस और साइबर सेल की टीमों का गठन किया गया था. पकड़े गए आरोपियों में राकेश पांडे ऋषिकेश में जनसेवा केंद्र का संचालन करता है, जबकि मुबीन व अतुल चौहान आयुष्मान कार्ड बनवाने वाले लोगों की तलाश करते थे. एक आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 1500 से दो हजार रुपये वसूलते थे. पुलिस इस मामले में अब आगे की जांच कर रही है.