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बाहुबली धनंजय सिंह की नैनी सेंट्रल जेल में बढ़ाई गई सुरक्षा, इस केस में हैं अंदर

पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की लखनऊ में हुई हत्या के मामले में बाहुबली धनंजय सिंह का नाम आने के बाद लखनऊ पुलिस सरगर्मी से उनकी तलाश कर रही थी और 25000 का इनाम भी घोषित किया था.

Updated on: 09 Mar 2021, 03:58 PM

highlights

  • धनंजय सिंह के नैनी सेंट्रल जेल आने के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर जेल प्रशासन की चिंता बढ़ गई है.
  • पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड के जिस मामले में लखनऊ पुलिस को धनंजय सिंह की तलाश थी.
  • धनंजय सिंह को यहां से लखनऊ ले जाने के लिए अभी तक प्रोडक्शन वारंट भी पेश नहीं किया गया है.

प्रयागराज:

पूर्वांचल के माफिया डान बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह के नैनी सेंट्रल जेल पहुंचने के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. फिलहाल नैनी सेंट्रल जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में धनंजय सिंह को रखा गया है. उनकी सुरक्षा में एक जेलर और एक डिप्टी जेलर को भी तैनात किया गया है. सीसीटीवी कैमरे से हाई सिक्योरिटी बैरक पर नजर रखी जा रही है. जेल के बाहर से लेकर जेल के भीतर तक सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है. जेल के अंदर जहां अतिरिक्त जेल वार्डर तैनात किए गए हैं. वहीं जेल के बाहर भी पीएसी के साथ ही नैनी थाने से अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है. जेल की ओर आने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखी जा रही. पूछताछ और सघन चेकिंग के बाद ही जेल के मेन गेट से लोगों को अंदर आने दिया जा रहा है.

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दरअसल, 5 मार्च को जौनपुर के खुटहन थाने में दर्ज 2017 के पुराने मामले में प्रयागराज की एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट में बेल बांड कैंसिल करा कर बाहुबली धनंजय सिंह नैनी सेंट्रल जेल पहुंचे हैं. पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की लखनऊ में हुई हत्या के मामले में बाहुबली धनंजय सिंह का नाम आने के बाद लखनऊ पुलिस सरगर्मी से उनकी तलाश कर रही थी और 25000 का इनाम भी घोषित किया था. माना जा रहा है कि योगी सरकार में अपराधियों और माफियाओं के लगातार इनकाउंटर से डरकर ही एक रणनीति के तहत बाहुबली ने एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट में सरेंडर किया था. लेकिन धनंजय सिंह के नैनी सेंट्रल जेल आने के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर जेल प्रशासन की चिंता बढ़ गई है.

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बता दें कि नैनी सेंट्रल जेल में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और माफिया अभय सिंह के कई गुर्गे और शार्प शूटर बंद हैं. इसके साथ ही साथ पश्चिमी यूपी के कई शातिर अपराधी भी नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. पश्चिम का शातिर अपराधी सागर मलिक जिसने मुजफ्फरनगर कोर्ट के अंदर विक्की मालिक की हत्या की थी वह भी इसी जेल में बंद है. नैनी सेंट्रल जेल में 68 ऐसे बड़े कैदी बंद है जो कि दूसरे जिलों से ट्रांसफर किए गए हैं और बड़े अपराधी हैं. जिनसे बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की जान को खतरा हो सकता है. नैनी सेंट्रल जेल में अंडर ट्रायल और सजायाफ्ता दोनों ही तरह के कैदी रखे जाते हैं.

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नैनी सेंट्रल जेल में 2060 कैदियों को रखे जाने की क्षमता है, लेकिन मौजूदा समय में 4270 कैदियों को नैनी सेंट्रल जेल में रखा गया है. इससे भी बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह को बड़ा खतरा हो सकता है. नैनी सेंट्रल जेल में कई सांसद पूर्व सांसद विधायक पूर्व विधायक भी बंद हैं. इनमें मुख्तार अंसारी के करीबी घोसी से बसपा सांसद अतुल राय, पूर्व सांसद उमाकांत यादव पूर्व मंत्री अंगद यादव, पूर्व विधायक उदयभान करवरिया, पूर्व एमएलसी सूरज भान करवरिया और पूर्व सांसद कपिल मुनि करवरिया बंद हैं.

वहीं, पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड के जिस मामले में लखनऊ पुलिस को बाहुबली धनंजय सिंह की तलाश थी उस मामले में लखनऊ पुलिस ने अभी तक धनंजय की कस्टडी को लेकर कोई तेजी नहीं दिखाई है. धनंजय सिंह को यहां से लखनऊ ले जाने के लिए अभी तक प्रोडक्शन वारंट भी पेश नहीं किया गया है. जिसे अभी कुछ समय तक धनंजय सिंह के नैनी सेंट्रल जेल में ही रहने की उम्मीद है. ऐसे में धनंजय सिंह के नैनी सेंट्रल जेल में रहते हुए जेल प्रशासन की उनकी सुरक्षा को लेकर चुनौती बनी हुई है.