बीजेपी की पूर्व सांसद रहीं और कांग्रेस में इसी साल शामिल हुईं सावित्री बाई फुले (Savitribai Phule) ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है. फुले ने कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया है. सावित्री बाई फुले 2014 में बीजेपी के टिकट पर बहराइच से सांसद चुनी गई थीं. इस्तीफा देते हुए सावित्री बाई फुले ने कहा कांग्रेस में मेरी आवाज नहीं सुनी जा रही थी, इसलिए मैं इस्तीफा दे रही हूं. मैं अपनी खुद की पार्टी बनाऊंगी.'
सावित्रि बाई फुले ने 2018 में बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि उन्होंने अपना संसदीय कार्यकाल पूरा किया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें बहराइच से टिकट भी दिया था. लेकिन वह जीत न सकीं. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक सावित्री बाई फुले ने कहा कि कांग्रेस में मेरी आवाज नहीं सुनी जा रही है. इस वजह से मैं इस्तीफा दे रही हूं. मैं अब अपनी खुद की पार्टी बनाऊंगी.
सावित्रीबाई फुले ने 2012 में बीजेपी के टिकट से बलहा विधानसभा सीट से चुनाव जीता था. 2014 में पार्टी ने उन्हें लोकसभा का चुनाव लड़ने का मौका दिया. जिसे जीतकर वह संसद पहुंचीं. बीजेपी में एक दलित महिला का प्रमुख चेहरा सावित्रीबाई फुले थीं. लेकिन बाद में उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी में उनकी नहीं सुनी जा रही है.
Source : News Nation Bureau