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इस जानवर को बचाने के लिए ताजमहल के बाहर हुई 'नाक' से पेंटिंग

असम में राइनो (गैंडा) के अस्तित्व को बचाने की मुहिम लेकर देश भर के मशहूर पर्यटन स्थलों पर मिशन सेव राइनो के तहत एक कलाकार ने नाक से पेंटिंग की.

Updated on: 17 Jul 2019, 12:19 PM

आगरा:

असम में राइनो (गैंडा) के अस्तित्व को बचाने की मुहिम लेकर देश भर के मशहूर पर्यटन स्थलों पर मिशन सेव राइनो के तहत जागरूकता फैलाने निकले असम के जोराहट निवासी कलाकार और समाजसेवी सिरुमोनी डोले ने नाक से पेंटिंग बनाने की अद्भुत क्षमता का प्रदर्शन ताज महल पर किया.

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नाक से पेंटिंग बनाने वाले कलाकार सिरोमनि ने दिल्ली से 14 जुलाई को मिशन सेव राइनो की शुरुआत की है. जिसके बाद वो आगरा के ताजमहल पर पहुंचे. उनको नाक से पेंटिंग बनाता देखा पर्यटकों की भीड़ लग गयी. हर पर्यटक सिरोमनि की इस कला का बखान करता नजर आया.

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सिरोमनि ने बताया कि दुनिया की सबसे पुरानी प्रजाति एक सींग वाला राइनो सिर्फ असम में देखने को मिलता है. इसकी एक झलक पाने के लिए हजारो पर्यटक हर साल असम आते हैं. लेकिन शिकारियों की वजह से राइनो के वजूद को भी खतरा पैदा होता जा रहा है.

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उन्होंने बताया कि उनके साथ छह अन्य सामाजिक कार्यकर्ता भी असम से हैं जो देश भर के सबसे मशहूर स्थानों पर जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि एक सींग वाला राइनो असम की पहचान है. इसी वजह से वह नाक से पेंटिंग बनाकर इस बारे में लोगो को अवगत करा रहे हैं.

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इस मौके पर ताजमहल में भारतीय पुरातत्व के अधिकारी अंकित नामदेव ने भी वहां मौजूद रहे. उन्होंने सभी पर्यटको से अपील की कि राइनो सबसे पुरानी प्रजाति का जानवर है . इसे बचाया जाना जरूरी है.