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सोशल मीडिया पर सौरभ हत्याकांड की 'ब्लू ड्रम केस' से पहचान, मेरठ की ड्रम स्क्रैप मार्केट पर पड़ा ये असर Photograph: (social Media )
Blue Drum Case on social media impact on drum scrap market in Meerut: मेरठ के सौरभ हत्याकांड ने समाज को ही नहीं झकझोरा है बल्कि उसकी वजह से मार्केट पर भी असर पड़ा है. लेकिन यह कैसे संभव है कि बाजार पर इसका असर हुआ है. तो बता दें कि जिस नीले ड्रम में सौरभ के शव को ठिकाने लगाया गया था, उसकी बिक्री ही कम हो गई है. ब्रह्मपुरी के सौरभ हत्याकांड का सीधा असर मेरठ की ड्रम स्क्रैप मार्केट पर पड़ा है.
दरअसल, इसका कारण है कि सौरभ के शव को ठिकाने लगाने के लिए हत्या की आरोपी पत्नी मुस्कान और प्रेमी साहिल ने 200 लीटर क्षमता वाले नीले रंग के कमर्शियल ड्रम का इस्तेमाल किया था. यही वजह है कि सोशल मीडिया पर सौरभ हत्याकांड को 'ब्लू ड्रम केस' का नाम दिया गया है.
क्या बोल रहे हैं दुकानदार
मेरठ की जली कोठी स्क्रैप मार्केट के दुकानदार ने बताया कि पिछले 4 दिन से नीले रंग के कमर्शियल ड्रम की बिक्री में बड़ी मात्रा में गिरावट आई है. गोदाम में बड़ी मात्रा में नीले रंग के ड्रम रखे हुए हैं लेकिन ग्राहक के द्वारा खरीदारी न होने के कारण बड़ा घाटा उठाना पड़ रहा है. इसकी दूसरी वजह यह है भी यह भी है कि नीले रंग का ड्रम खरीद कर ले जा रहे लोगों को पुलिस की पूछताछ का सामना करना पड़ रहा है.
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— Shyam Sundar Goyal (@ssgoyalat) March 25, 2025
ड्रम पर कई मीम्स और रील की आई बाढ़
सोशल मीडिया पर इस ड्रम पर कई मीम्स और रील बन रही हैं जिससे हर घर में नीले ड्रम की चर्चा हो रही है. ड्रम बेचने से पहले आधार कार्ड की दुकानदार आधार कार्ड की कॉपी भी मांगने लगे हैं. इस वजह से इस समय लोग नीले ड्रम को खरीदने से ही बच रहे हैं.