Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश में संभल हिंसा मामले में एक नया अपडेट सामने आया है. यहां विदेशी हथियार मुहैया कराने वाले साठा गैंग के एक गुर्गे को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गये युवक की पहचान दुबई में बैठे गैंगस्टर शारिक साठा गैंग से जुड़े मोहम्मद गुलाम के रूप में हुई है. दावा किया जा रहा है कि हिंसा के दौरान गुलाम उपद्रवियों को हथियार सप्लाई करने का काम करता था. इतना ही नहीं गुलाम के ऊपर दिल्ली से आए वकील विष्णु शंकर जैन की हत्या की साजिश में भी शामिल होने का आरोप है. पुलिस ने पकड़े गये आरोपी के पास से तीन विदेशी पिस्टल और 15 कारतूस की बरामदगी की है.
एसपी का आया बयान
इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार बिश्नोई का बयान सामने आया है. उन्होंने बताया कि 24 नवंबर को संभल की जामा मस्जिद के पास हिंसा भड़काई गई थी, जिसमें 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. अब तक 79 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. लगातार जांच में जुटी पुलिस को पता चला कि जामा मस्जिद में प्रस्तावित सर्वे को रोकने के लिए हिंसा को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया था.
चौंका देने वाले खुलासे
बता दें कि गिरफ्तार गुलाम ने पूछताछ में हैरान कर देने वाले खुलासे भी किये. उसने बताया कि शारिक साठा दिल्ली-एनसीआर में गाड़ियां चोरी करने का मास्टरमाइंड था. चोरी की गाड़ियां मणिपुर, बर्मा और नॉर्थ ईस्ट बॉर्डर तक भेजी जाती थीं, जिसके बदले में हथियार हासिल किए जाते थे. इन हथियारों को देशभर में सप्लाई किया जाता था. पुलिस ने आगे बताया कि छानबीन में गुलाम के मोबाइल से दुबई में बैठे शारिक साठा और उसकी पत्नी का फोन नंबर बरामद किया गया .
साठा का ISI कनेक्शन
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, शारिक साठा का कनेक्शन दाऊद इब्राहिम के गैंग और ISI से भी सामने आया है. वह फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दिल्ली से दुबई भाग गया था और भारत में हिंसा फैलाने की साजिशें वहीं बैठा-बैठा रच रहा था. एसपी के मुताबिक पुलिस के हाथ कई व्हाट्सएप ग्रुप भी लगे हैं, जिनमें 21 और 23 नवंबर को हिंसा भड़काने की योजना का जिक्र किया गया था. इस मामले में इंटरनेशनल एजेंसियों से भी संपर्क किया जा रहा है, ताकि दुबई में बैठे साठा पर शिकंजा कसा जा सके.