समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party President) के अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को करांडा थाना क्षेत्र के सलारपुर गांव में पहुंचे. यहां वह जिला पंचायत सदस्य विजय यादव उर्फ पप्पू यादव के घर पहुंचे. 24 मई की रात जिला पंचायत सदस्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने पूरे मामले की जांच की तो पता चला चुनावी रंजिश के चलते हत्या की गई थी. इस हत्या में गोसंदेपुर निवासी एक व्यक्ति का नाम आरोपी के रूप में सामने आया था.
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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. चुनाव के बाद से ही लगातार समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर प्रताड़ित किया जा रहा है. लगातार समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या हो रही है.
जितने हत्यारे हैं वह खुले आम घूम रहे हैं. पुलिस अभी भी उन्हें पकड़ नहीं पाई है. पुलिस प्रशासन ने बंदूक के लाइसेंस का आश्वासन दिया है लेकिन वह अभी तक नहीं बन पाया है. अखिलेश यादव ने आगे कहा कि अगर बीजेपी के कोई मंत्री अपने कार्यकर्ता को कंधा देता है तो पुलिस हरकत में आ जाती है.
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लेकिन जब समाजवादी पार्टी के किसी कार्यकर्ता की हत्या होती है तो वही पुलिस सही से काम नहीं कर पाती है. विजय यादव एक अच्छा कार्यकर्ता था. जनता की सेवा करते हुए वह जिला पंचायत का सदस्य बना था. उसकी हत्या के बाद सरकार परिवार को पर्याप्त सुरक्षा नहीं दे पाई है.परिवार को बंदूक का लाइसेंस देने की बात कही है लेकिन वह नहीं बना है. जबकि लाइसेंस एक दिन में भी बन जाता है.
गठबंधन पर ये बोले अखिलेश
गठबंधन को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि वह पार्टी में बात करके वह आगे का फैसला लेंगे. लोकसभा चुनाव के बाद सबसे ज्यादा समाजवादी पार्टी के कार्यकताओं की हत्या हुई है. अगर गठबंधन टूटा है या गठबंधन को लेकर बात रखी गई है मैं उस पर बहुत सोच समझ कर विचार करूंगा. अगर गठबंधन उपचुनाव में है ही नहीं तो समाजवादी पार्टी अपनी तैयारी करेगी. पार्टी से राय लेने के बाद समाजवादी पार्टी भी 11 सीटों पर अकेले उपचुनाव लड़ेगी.
मायावती ने कहा था
बसपा प्रमुख मायावती ने घोषणा की है कि समाजवादी पार्टी से रिश्ते खत्म नहीं होंगे. मायावती ने कहा, यादव समाज ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी से विश्वासघात किया, जिसके चलते लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को कम सीटें मिलीं, जिससे महागठबंधन के मजबूत उम्मीदवार भी हार गए. हालांकि उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी से बसपा का रिश्ता कायम रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश यादव और डिंपल यादव मेरी बहुत इज्जत करते हैं.
HIGHLIGHTS
- 11 सीटों पर अकेले उपचुनाव लड़ेगी समाजवादी पार्टी
- मायावती ने पहले ही किया अकेले उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है
Source : News Nation Bureau