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अयोध्या के संतों ने ममता को भेजा 'जय श्री राम' का पोस्टकार्ड

'जय श्री राम' के नारे को लेकर पश्चिम बंगाल में घमासान मचा है. इस बीच, राम की नगरी अयोध्या के साधु-संत भी अब इस मामले में कूद पड़े हैं.

Updated on: 06 Jun 2019, 04:36 PM

अयोध्या:

'जय श्री राम' के नारे को लेकर पश्चिम बंगाल में घमासान मचा है. इस बीच, राम की नगरी अयोध्या के साधु-संत भी अब इस मामले में कूद पड़े हैं. इसी क्रम में तपस्वी छावनी में डॉ. राम विलास दास वेदांती और स्वामी परमहंस दास ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की 'सद्बुद्धि' के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया.

इसके अलावा उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री को या तो 'जय श्री राम' का विरोध छोड़ने या फिर 'भारत छोड़ने' के फरमान वाले पोस्टकार्ड लिखकर भेजे. न्यास के वरिष्ठ सदस्य व पूर्व सांसद डॉ़ राम विलास दास वेदांती ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 'श्री राम' के नाम का पोस्टकार्ड लिखा.

साथ ही वेदांती ने संतों से आह्वान किया कि वे सभी लोग पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 'श्री राम' लिखे पोस्टकार्ड भेजेंगे. तपस्वी छावनी के महंत स्वामी परमहंस दास का कहना है कि बुद्धि-शुद्धि यज्ञ के साथ देवी शक्ति यज्ञ के माध्यम से राम मंदिर निर्माण की बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना की गई है, जिससे केंद्र की सरकार को ईश्वरीय शक्ति प्राप्त हो सके.

संतों का कहना है कि केंद्र सरकार कश्मीर में धारा 370 समाप्त करे, जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए. स्वामी परमहंस दास का कहना है कि जो राम विरोधी हैं, उनके लिए देश में कोई जगह नहीं होनी चाहिए.